महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ी खबर, अब शिवसेना का आखिरी फैसला?

सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य ठहराए गए 16 शिवसेना विधायकों के मामले की सुनवाई और फैसला करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को दे दिया है| इसके बाद राहुल नार्वेकर की ओर से शिवसेना के दोनों गुटों का पक्ष समझने की कोशिश की जा रही है| राहुल नार्वेकर ने दोनों गुटों के विधायकों को अपना लिखित पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा था|

महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ी खबर, अब शिवसेना का आखिरी फैसला?

The biggest news in Maharashtra politics, now Shiv Sena's final decision?

महाराष्ट्र की राजनीति की सबसे बड़ी और अहम खबर सामने आई है| शिवसेना के 16 अयोग्य विधायकों की अयोग्यता के मामले की सुनवाई अब विधानसभा में होगी| सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य ठहराए गए 16 शिवसेना विधायकों के मामले की सुनवाई और फैसला करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को दे दिया है| इसके बाद राहुल नार्वेकर की ओर से शिवसेना के दोनों गुटों का पक्ष समझने की कोशिश की जा रही है| राहुल नार्वेकर ने दोनों गुटों के विधायकों को अपना लिखित पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा था| इसके लिए साक्ष्य की भी मांग की गयी|
स्पीकर के नोटिस का जवाब सबसे पहले शिवसेना ठाकरे विधायकों ने दाखिल किया| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समूह ने समय बढ़ाने की मांग की| राहुल नार्वेकर ने शिंदे गुट के विधायकों की मांग मान ली और समय बढ़ा दिया| इस बीच शिंदे गुट के विधायकों ने भी स्पीकर को लिखित में अपना पक्ष रखा| इसके बाद सूत्रों ने अहम जानकारी दी है कि विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा में इस मामले पर वास्तविक सुनवाई करेंगे|
मैराथन सुनवाई 14 सितंबर को: सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना विधायकों की अयोग्यता के मामले की सुनवाई अब विधानसभा में होगी| विधायक अयोग्यता मामले पर आज विधानसभा में मैराथन सुनवाई होगी| सुनवाई 14 सितंबर को विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में होगी. खास बात यह है कि सभी विधायकों की सुनवाई एक ही दिन होगी| इस तारीख पर स्पीकर द्वारा 34 याचिकाओं पर सुनवाई की जाएगी।
इस सुनवाई के मौके पर शिवसेना के 54 विधायक एक छत के नीचे आएंगे| विवाद करने वाले और प्रतिद्वंदी विधायकों को सबूत पेश करने और अपनी दलीलें पेश करने का मौका दिया जाएगा| प्रत्येक याचिका पर अलग से सुनवाई होगी. सूत्रों ने जानकारी दी है कि संबंधित विधायकों को उस समय बुलाया जाएगा|

स्पीकर के समक्ष याचिका की सुनवाई के दौरान विधायकों को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा| फिर विधायक अपना साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे| वे एक दूसरे को सबूत के कागजात भी देंगे| फिर विधानमंडल सबकी बात सुनने के बाद प्रत्येक याचिका को अलग-अलग मुद्दे के रूप में तय करेगा| 14 सितंबर को पूरे दिन विधान भवन में सुनवाई होगी| सूत्रों ने बताया कि हर याचिका के लिए समय तय किया जाएगा|

…तो फिर कोर्ट जा सकता है ठाकरे गुट: यह देखना अहम होगा कि इस मामले में सुनवाई के बाद स्पीकर राहुल नार्वेकर क्या रुख अपनाते हैं| क्योंकि ठाकरे समूह का आरोप है कि राहुल नार्वेकर इस मामले में समय बर्बाद कर रहे हैं|इस मामले में ठाकरे समूह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था| इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने राहुल नार्वेकर से विधायकों की अयोग्यता मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी|
इन सभी घटनाक्रमों के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर वास्तविक सुनवाई करने जा रहे हैं| अगर इस सुनवाई में फैसला ठाकरे समूह के खिलाफ आता है तो ठाकरे समूह फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है| इसलिए यह देखना अहम होगा कि संबंधित मामले में क्या होता है|
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