“किसका भतीजा पहले सीएम बनेगा?” राज ठाकरे का जवाब!

इस कार्यक्रम को लेकर दर्शकों में काफी उत्सुकता रहती थी शिवात दर्शक इस कार्यक्रम को बड़े चाव से देखते थे। हमेशा की तरह, संगीतकार और गायक अवधूत गुप्ते शो 'खुपते अटल गुप्ते 3' की मेजबानी करेंगे और शो में आने वाले मेहमानों से बात करते नजर आएंगे।

“किसका भतीजा पहले सीएम बनेगा?” राज ठाकरे का जवाब!

"Whose nephew will become CM first, Balasaheb Thackeray or Sharad Pawar?" Raj Thackeray's answer!

टेलीविजन पर लोकप्रिय मराठी टॉक शो ​​​”खुपते टूट गुप्ते​” (जहां पर चुभता है वहां पर गुप्ते खड़ा होता है|) फिर से शुरू हो रहा है। इस कार्यक्रम का तीसरा सीजन दर्शकों के सामने आ चुका है|​​ इस कार्यक्रम को लेकर दर्शकों में काफी उत्सुकता रहती थी शिवात दर्शक इस कार्यक्रम को बड़े चाव से देखते थे। हमेशा की तरह, संगीतकार और गायक अवधूत गुप्ते शो ‘खुपते अटल गुप्ते 3’ की मेजबानी करेंगे और शो में आने वाले मेहमानों से बात करते नजर आएंगे।

मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ‘खुपते टूट गुप्ते’ कार्यक्रम की पहली कड़ी में ​अपनी भूमिका में ​नजर आए। राज ने अपने अनोखे अंदाज में उन बातों का भी तीखा जवाब दिया, जो उन्हें और दूसरों को परेशान कर रही थीं। कार्यक्रम के रैपिड फायर राउंड के दौरान अवधूत द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए राज ठाकरे ने कुछ और ही कहानी सुनाई|​​ “किसका भतीजा पहले मुख्यमंत्री बनेगा? बालासाहेब ठाकरे का या शरद पवार का?” इस सवाल का जवाब देते हुए राज ने एक पुरानी याद बताई।

राज ने कहा, “मैं आपको एक पुरानी याद बताता हूं कि सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है, मैं उस समय बच्चा था और माननीय बालासाहेब के पास माने नाम का एक कार ड्राइवर था, वह एक दिन के लिए नहीं आया था। तो बालासाहेब ने बाहर जाने के लिए टैक्सी मंगवाई थी। जब टैक्सी गेट पर थी, तत्कालीन महापौर सुधीर भाऊ जोशी आए, उस समय महापौर के पास लाल बत्ती वाली इम्पाला कार थी।

​वह काम के सिलसिले में बालासाहेब से मिलने आए थे। जब वे दोनों काम के बाद बाहर आए तो सुधीर जोशी ने बालासाहेब से दादर के कार्यालय में छोड़ने के लिए कहा। लेकिन चूंकि यह एक रेड लाइट कार थी, बालासाहेब ने कहा कि मैं टैक्सी में बेहतर हूं। आगे राज ठाकरे ने कहा, ‘मैं बालासाहेब के साथ टैक्सी में बैठा। उस वक्त हमारी टैक्सी के पीछे से मेयर की गाड़ी आ रही थी। जिस बच्चे ने बचपन में अपने पीछे लाल बत्ती वाली कार को आते देखा हो, उस कार में जाकर बैठने का मन कैसे कर सकता है? इसलिए मैं मुख्यमंत्री के पद को एक उपकरण के रूप में देखता हूं। लोगों ने राज ठाकरे के जवाब की सराहना की।
 
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