जहां विपक्ष की ओर से लगातार आलोचना हो रही है कि राज्य के उद्योग दूसरे राज्यों में जा रहे हैं, वहीं अब फडनवीस सरकार ने सीधे आंकड़े जारी कर विपक्ष की बोलती बंद कर दी है| मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने राज्य में विदेशी निवेश की सूची देते हुए कहा है कि विदेशी निवेश के मामले में महाराष्ट्र शीर्ष पर है।
छह महीनों में विदेशी निवेश सालाना औसत का 95 प्रतिशत तक जमा हो गया है। देवेन्द्र फडनवीस ने जानकारी दी है कि महज छह महीने में महाराष्ट्र में 1 लाख 13 हजार 236 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश हुआ है|
अब नहीं रुकेगा महाराष्ट्र! वार्षिक औसत का 95 प्रतिशत एफडीआई केवल 6 महीनों में, देवेन्द्र फडनवीस ने कहा। विदेशी निवेश आकर्षित करने में महाराष्ट्र हमेशा अन्य राज्यों से आगे रहा है। अभी भी वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के आंकड़े आ गए हैं|
महज छह महीने में महाराष्ट्र में 1 लाख 13 हजार 236 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश हुआ है|मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने यह जानकारी पोस्ट की है कि पिछले चार वर्षों में औसत वार्षिक निवेश को देखते हुए| चालू वित्तीय वर्ष के छह महीनों में महाराष्ट्र ने 94.71 प्रतिशत निवेश आकर्षित किया है।
पिछले चार साल का औसत देखें तो महाराष्ट्र में हर साल 1 लाख 19 हजार 556 करोड़ रुपये का सालाना निवेश आया है| इस साल छह महीने में 1 लाख 13 हजार 236 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया| इसका मतलब है कि पूरे साल का 94.71 फीसदी निवेश सिर्फ छह महीने में आ गया है|
इसके लिए मैं महाराष्ट्र को हृदय से बधाई देता हूं। मुख्यमंत्री फडनवीस ने आश्वासन दिया है कि मेरे सहयोगी उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और पूरे मंत्रिमंडल के नेतृत्व में हमारे महाराष्ट्र की यह घुड़दौड़ ऐसे ही जारी रहेगी, महाराष्ट्र अब नहीं रुकेगा।आंकड़ों के मुताबिक, छह महीने में विदेशी निवेश के मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है, उसके बाद कर्नाटक दूसरे, गुजरात तीसरे, दिल्ली चौथे और तमिलनाडु पांचवें नंबर पर है।
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