मुंबई में एनसीपी की ताकत तुलनात्मक रूप से कम होने के कारण महाराष्ट्र दिवस पर बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में होने वाली महा विकास अघाड़ी की एक बड़ी बैठक की सफलता की सारी जिम्मेदारी शिवसेना और कांग्रेस पर डाल दी गई है| चूंकि नागपुर में शिवसेना और एनसीपी की ताकत सीमित थी, इसलिए वहां की विधानसभा को सफल बनाने की पूरी जिम्मेदारी कांग्रेस पर डाल दी गई थी। स्थानीय कांग्रेस नेता विधायक सुनील केदार ने इस बैठक को सफल बनाया| शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने छत्रपति संभाजीनगर में बैठक के लिए जोर लगाया था। पूरे मराठवाड़ा से ठाकरे समूह के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुंबई में और वो भी मातोश्री के प्रांगण में जनसभा को सफल बनाने की जिम्मेदारी ठाकरे ग्रुप की है|इसके अलावा मुंबई में भी कांग्रेस की अच्छी पकड़ है। इससे दो पार्टियों ने बैठक को सफल बनाने की पहल की है|एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद, मुंबई में शिवसेना में कोई बड़ा विभाजन नहीं हुआ। शिंदे की तमाम कोशिशों के बावजूद ठाकरे को मानने वाले कार्यकर्ताओं का जमावड़ा उनके गले नहीं उतर रहा है|विधानसभा के मौके पर उद्धव ठाकरे के पास मुंबई में अपनी ताकत दिखाने का मौका है महाविकास अघाड़ी की अब तक हुई दोनों बैठकों में उद्धव ठाकरे मुख्य वक्ता थे|
मुंबई शिवसेना का गढ़ है और एक बड़ी सभा के जरिए शिवसेना यह साबित करने की कोशिश करेगी कि शिंदे की बगावत के बाद भी पार्टी की ताकत बरकरार है| इसके चलते शाखाओं की ओर से संदेश दिया गया है कि सोमवार की बैठक में अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ता शामिल हों। शिवसेना ने इस सिलसिले में बैठक की तैयारी कर ली है।
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप इस बुराई को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। बैठक को सफल बनाने के लिए भाई जगताप ने पिछले एक हफ्ते में मुंबई के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और नेताओं के बीच भरोसे का माहौल बनाया| मुंबई में कांग्रेस की अच्छी पकड़ है। जगताप ने विश्वास जताया कि सोमवार की बैठक में यह मजबूती दिखेगी|
हालांकि मुंबई में एनसीपी की ताकत सीमित है, लेकिन एनसीपी नेता विधायक जितेंद्र अवाद ने कुमक को ठाणे जिले से बड़े पैमाने पर लाने की तैयारी कर ली है| एक बड़ी सभा के आव्हाड ने ठाणे जिले में जगह-जगह तख्तियां लगाकर माहौल बनाने की कोशिश की है|
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