अजित पवार ने एनसीपी के कुछ विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार को समर्थन दिया है। समर्थन के ऐलान के कुछ ही देर बाद अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है|एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, सुनील तटकरे और अन्य नेताओं ने कल मंत्री पद की शपथ ली। महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के तीसरे चरण की शुरुआत के बाद से कई नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दर्ज की हैं| इसी तरह सुप्रिया सुले ने पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार की बगावत पर टिप्पणी की है|सुप्रिया सुले ने इस सवाल का जवाब देते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की कि क्या वह अब अजित पवार को गद्दार कहेंगे|
जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना छोड़ी तो विपक्ष ने शिंदे और उनके साथ गए विधायकों की 50 पेटी,गद्दार जैसी उपाधियों के साथ आलोचना की| अब कई लोग पूछ रहे हैं कि क्या एनसीपी विधायकों समेत अजित पवार को गद्दार कहा जाएगा क्योंकि उन्होंने शिंदे-फडणवीस सरकार का समर्थन किया है| इस पर सुप्रिया सुले ने कहा कि उस वक्त हालात अलग थे|
“दादा और मेरे बीच झगड़ा नहीं हो सकता क्योंकि मैं हमेशा दादा से प्यार करता हूं और करूंगा, दादा मेरे बड़े भाई हैं, इतने सालों में मैंने कभी उनसे बहस नहीं की है और जब हमारे रिश्ते की बात आती है तो कभी नहीं करूंगा, लेकिन जब पार्टी के मामले की बात आती है तो यह हमारा पेशेवर काम है। मैं इसमें व्यक्तिगत और व्यावसायिक गलतियाँ नहीं करूँगा। यह इंस्टेंट कॉफ़ी नहीं है, देखते हैं आगे क्या होता है।”
इस बीच कल अजित पवार की बगावत के बाद सुप्रिया सुले ने शरद पवार का एक वीडियो पोस्ट किया और उसके कैप्शन में प्रेरणादायक शब्द लिखा| अब शरद पवार ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया है कि वह एनसीपी का आश्वस्त चेहरा बनकर लोगों के बीच पहुंचेंगे|
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