कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायक गोपीचंद पडलकर ने धनगर आरक्षण के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सांसद सुप्रिया सुले की आलोचना की थी|अजित पवार झूठ बोलने वाले भेड़िये का झूठ बोलने वाला बच्चा है। गोपीचंद पडलकर ने इस कंटेंट की आलोचना करते हुए कहा कि सुप्रिया सुले झूठ बोलने वाली भेड़िया हैं| इस आलोचना के बाद कहा गया कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गोपीचंद पडलकर को समझाइश दी,लेकिन अब गोपीचंद पडलकर इससे जुड़ा बयान दे सकते हैं|
इस मामले पर टिप्पणी करते हुए वकील असीम सरोदे ने कहा, ”गोपीचंद पडलकर ने कुछ दिन पहले सार्वजनिक बयान दिया था कि अजित पवार एक भेड़िया शावक हैं और सुप्रिया सुले भी एक भेड़िया शावक हैं। लेकिन दूसरों की बदनामी करना बहुत गलत है| इसलिए बारामती के आरटीआई कार्यकर्ता नितिन यादव की ओर से गोपीचंद पडलकर को नोटिस भेजा गया है| नोटिस में कहा गया है कि उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।अगर पडलकर ने माफी नहीं मांगी या सात दिनों के भीतर नोटिस का जवाब नहीं दिया, तो आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुप्रिया ने कहा, ”भाजपा ने मराठा, धनगर, लिंगायत और मुस्लिम समुदाय को धोखा दिया है|” पडलकर ने भी इसकी आलोचना की है| “यह लेटे हुए भेड़िये की झील बात कर रही है। लोगों के जूते भी फटे तो आपके पिता, भाई, भतीजे या आपने धनगर समाज की तरफ नहीं देखा। इसलिए धनगर समाज को लेकर ज्यादा शोर मचाने की जरूरत नहीं है| हमारे लोग बुद्धिमान हो गए हैं,” पडलकर ने यह भी कहा था।
‘इस्तीफा नहीं देना चाहते थे शरद पवार’, सुप्रिया सुले का धमाका !