राज्य सरकार ने छह महीने पहले महाराष्ट्र में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार और परिवार में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूत करने के लिए ‘मुख्यमंत्री मेरी ’लाडली बहना’ योजना शुरू की थी। महाराष्ट्र की महागठबंधन सरकार महिलाओं को सीधे आर्थिक लाभ देने के लिए यह योजना लेकर आई है| चुनाव के मद्देनजर इस योजना को लागू करते हुए 21 से 65 वर्ष की सभी महिलाओं को कुछ मामूली शर्तों के साथ इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। चुनाव के दौरान आचार संहिता लगने के कारण योजना बंद हो गयी थी|
अब चुनाव प्रक्रिया खत्म हो गई है और चुनाव का नतीजा आ गया है| इस योजना से महाराष्ट्र में महायुति को काफी फायदा हुआ है और लोगों ने महायुति को सबसे ज्यादा दान दिया है| साथ ही आचार संहिता भी बढ़ा दी गई है| इसलिए, राज्य की महिलाएं ‘लाडली बहना’ योजना की दिसंबर किस्त का इंतजार कर रही हैं।
महागठबंधन सरकार ने चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि महाराष्ट्र में एक बार फिर ‘लाडली बहना’ योजना के तहत महिलाओं को 1,500 रुपये की जगह 2,100 रुपये की किस्त दी जाएगी| उधर, दबी जुबान में चर्चा थी कि चुनाव के बाद योजना बंद कर दी जायेगी या फिर योजना का मापदंड बदल दिया जायेगा| इस बात पर चर्चा हुई कि इस योजना का लाभ सभी महिलाओं को कैसे नहीं मिलेगा| इसके अलावा नवंबर माह समाप्त हो चुका है और अभी तक महिलाओं को इस माह की योजना की किस्त भी वितरित नहीं की गई है। इसलिए महिलाओं सहित राज्य के लोगों के मन में इस योजना को लेकर भ्रम की स्थिति है।
इस बीच राज्य में कार्यवाहक सरकार के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस योजना पर टिप्पणी की है| इसमें महिलाओं के मन में व्याप्त भ्रम को भी दूर करने का प्रयास किया गया है। अजित पवार ने स्पष्ट किया कि ‘लाडली बहना’ योजना के मानदंडों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
‘लाडली बहना’ योजना पर क्या बोले अजित पवार?: वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक बाबा आढाव पुणे में आमरण अनशन कर रहे थे। देश में लोकतंत्र कायम रहे, संविधान सुरक्षित रहे, इस मांग के साथ महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में वित्तीय गड़बड़ियां सामने आईं|बाबा आढाव ईवीएम के दुरुपयोग का संदेह जताते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए| 30 नवंबर) उनके आंदोलन का तीसरा दिन था| कल कार्यवाहक उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आढाव के धरना स्थल का दौरा किया और उनके सामने सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने उनसे अनशन रोकने का भी अनुरोध किया|
इस मौके पर उनसे ’लाडली बहना’ योजना के बारे में भी पूछा गया| अजित पवार से पूछा गया कि क्या ’लाडली बहना’ योजना के मानदंड बदल गए हैं? या क्या उन्हें बदला जाएगा? इस पर अजित पवार ने कहा, आपने कार्यवाहक सरकार में मानदंड कहां से बदलने शुरू कर दिए|’
यह भी पढ़ें-
कोलकाता पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा बांग्लादेशी घुसपैठ सलीम मातब्बर !