अंततः बच्चू कडु ने मंत्री पद पर अपना दावा छोड़ दिया, दिल्ली में हुआ बड़ा ऐलान!

बच्चू कडू ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया था कि बच्चू कडू के अनुसरण के बाद राज्य सरकार ने विकलांगों के लिए एक अलग मंत्रालय की घोषणा की थी।

अंततः बच्चू कडु ने मंत्री पद पर अपना दावा छोड़ दिया, दिल्ली में हुआ बड़ा ऐलान!

With the joining of the Ajit Pawar group, the hope of the contender for the post of minister of bachchu kadu is over!

पिछले कुछ महीनों से ऐसी अफवाहें थीं कि प्रहार संगठन के विधायक बच्चू कडू मंत्री पद से नाखुश हैं| बच्चू कडू ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया था कि बच्चू कडू के अनुसरण के बाद राज्य सरकार ने विकलांगों के लिए एक अलग मंत्रालय की घोषणा की थी। साथ ही यह भी चर्चा थी कि बच्चू कडू को ही इस मंत्रालय का प्रशासन मिलेगा| हालांकि, अजित पवार गुट के शामिल होने से एक तीसरा गुट मंत्री पद का दावेदार बनकर आ गया और कहा गया कि यह उम्मीद खत्म हो गई है| इसी पृष्ठभूमि में आज बच्चू कडू ने ऐलान किया कि वह मंत्री पद पर अपना दावा छोड़ रहे हैं|

देश में आज दो अहम बैठकों पर चर्चा हो रही है|एक तरफ बेंगलुरु में भाजपा विरोधी दलों की बैठक है तो दूसरी तरफ दिल्ली में एनडीए की बैठक है. इस बैठक के लिए विधायक बच्चू कडू भी दिल्ली पहुंचे हैं|इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए बच्चू कडू ने अपने फैसले की घोषणा की|दरअसल पांच दिन पहले यानी 13 जुलाई को बच्चू कडू ने इस संबंध में संकेत दिया था|हालांकि, उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद फैसले की घोषणा करेंगे|इसी के तहत उन्होंने आज अपने फैसले का ऐलान किया है|​ ​

बच्चू कडू ने क्या कहा?: बच्चू कडू ने कहा कि मुख्यमंत्री से चर्चा हुई|वहां 40-50 विधायक हैं। मंत्री पद कम हैं|​​ मंत्री पद को लेकर विधायकों के बीच जबरदस्त खींचतान चल रही है|​​ इन सबमें मेरी भूमिका एक दोस्त की है।’ यह बड़ी बात है कि उन्होंने विकलांग मंत्रालय दिया है|​​ मैंने मंत्री पद का दावा छोड़ दिया है क्योंकि उनकी समस्या का समाधान होना चाहिए।’ उसने जोर दिया। वे कह रहे थे कि हम आपको मंत्री बनाना चाहते हैं|​ ​मैंने उनसे कहा कि कुल मिलाकर एक समस्या है|अगर उस जगह मेरे अलावा कोई और खुश है तो कोई दिक्कत नहीं है।

13 जुलाई को स्पष्ट की भूमिका: इस बीच, बच्चू कडू ने 13 जुलाई को अपनी भूमिका स्पष्ट की कि मैं आज मंत्री पद की दावेदारी छोड़ने का फैसला करने जा रहा था। लेकिन आखिरी मुख्यमंत्री आधे घंटे से खूब फोन कर रहे हैं| उन्होंने मुझसे मुलाकात के बाद निर्णय लेने का अनुरोध किया है|’इसलिए मैंने उनके अनुरोध के अनुसार दावा छोड़ने का आज का निर्णय 18 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया है। उन्होंने 17 तारीख को मिलने का अनुरोध किया है| इसके बाद 18 तारीख को जो फैसला लेना हो ले लें| तदनुसार, मैं अपने निर्णय की घोषणा करूंगा”, बच्चू कडू ने तब कहा था।
​“कुल मिलाकर हम सत्ता, धन और शक्ति की बदलती राजनीति से तंग आ चुके हैं। सब कुछ पद के लिए नहीं है| कुछ लोग कहते हैं कि तुम्हें अब कोई पद नहीं मिलेगा आदि। मुझे इसकी परवाह नहीं है| हमारी स्थिति दृढ़ है| हम अब से विकलांगों, शहीद परिवारों के लिए काम करने जा रहे हैं”, उन्होंने यह भी कहा था।
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