पिछले सप्ताह लापता हुए तीन लोगों के शव शुक्रवार को मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में पाए जाने के बाद नागरिकों में भड़का गुस्सा राजधानी इंफाल तक फैल गया। मृतकों के लिए न्याय की मांग कर रहे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों को निशाना बनाया| इसके बाद प्रशासन ने इंफाल घाटी में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं|
पिछले हफ्ते जिरीबाम में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कुकी समुदाय के 10 विद्रोही मारे गए थे। उस समय राहत शिविर में कुछ लोग लापता हो गये थे| उनमें से दो के शव अगले दिन एक तलाशी अभियान के दौरान पाए गए, जबकि तीन व्यक्तियों, एक महिला और दो बच्चों के शव शुक्रवार को मणिपुर-असम सीमा पर जिरी और बराक नदियों के संगम के पास पाए गए। इससे इंफाल में गुस्से की लहर दौड़ गई|
इंफाल में गुस्साई भीड़ ने छह में से तीन विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की और उनकी संपत्तियों में आग लगा दी|इंफाल घाटी के पूर्व और पश्चिम, विष्णुपुर, थौबल और काचिंग जिलों में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के कारण सात जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं। लाम्फेल सांकिथेल इलाके में भीड़ ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन के घर पर हमला कर दिया| तब उपभोक्ता मामले एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री एल सुसींद्रो सिंह के आवास पर भी हमला हुआ था|
उग्रवादियों के शवों को चुराचांदपुर ले जाया गया: इस बीच, पिछले सोमवार को जिरीबाम में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 10 कुकी युवकों के शवों को चुराचांदपुर में स्थानांतरित कर दिया गया है।उनका पोस्टमार्टम असम के सिलचर शहर में किया गया| इसके बाद उनके शवों को हवाई मार्ग से चुराचांदपुर ले जाया गया।
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