दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल में हुई 35 मिनट की वार्ता की सराहना की, जिसमें पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर (पीओके) जैसे क्षेत्रीय मामलों में किसी तीसरे पक्ष या विदेशियों के हस्तक्षेप की अनुमति नहीं होगी।
सिरसा ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्रंप को साफ निर्देश दिए कि पीओके व पाकिस्तान से जुड़े मामले दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रूप से हल होंगे, और इसमें किसी बाहरी तंत्र की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं।
इस दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवादी हमलों को युद्ध के रूप में ही देखेगा और उस समय तुरंत जवाब देगा। इस बीच, प्रधानमंत्री के आग्रह पर ट्रंप ने मिडिल-केन इनवॉल्वमेंट को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया।
सरसा ने कहा कि इस बातचीत ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस द्वारा फैलाए गए झूठ को बेअसर साबित कर दिया। उन्होंने कहा, “यह 140 करोड़ देशवासियों की जीत है, जिन्होंने एक मजबूत और निर्णायक सरकार चुनी है।”
सिरसा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी जैसे नेता विदेश नीति पर वक्तव्य देते हैं, लेकिन उन्हें उस बारे में कोई समझ ही नहीं होती। उन्होंने सोशल मीडिया पर उठाए गए सवालों पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल अक्सर ‘पर्ची की भाषा’ बोलते हैं, और चीन व पाकिस्तान की भाषा अपनाने वाले बयान देने से बाज नहीं आते।
इस अवसर पर सरसा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्णायक नेतृत्व में भारत-कनाडा रिश्तों में सुधार के संकेत मिल रहे हैं, और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संवाद सकारात्मक स्तर पर पहुँच रहा है। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा का यह बयान स्पष्ट रूप से मोदी-ट्रंप बातचीत को एक राजनीतिक सफलता बताता है, जिसमें पीएम मोदी ने भारत की संप्रभुता और सुरक्षा नीति को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मजबूती से पेश किया है।
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