मराठा आरक्षण के मुद्दे पर पिछले कई महीनों से धरना और अनशन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं|इंटरवली सराती में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जरांगे पाटिल ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगाए|जरांगे पाटिल ने दावा किया था कि मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे से आरक्षण नहीं मिलने के पीछे देवेंद्र फडणवीस का हाथ है|
इसके बाद उन्होंने देवेन्द्र फडणवीस के सागर स्थित बंगले पर जाकर धरना देने की भी चेतावनी दी। हालांकि, बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण, वह अंतरिम में सारती लौट आए। उन्होंने घोषणा की कि वे अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल स्थगित कर रहे हैं।
देवेन्द्र फडणवीस पर लगे गंभीर आरोप!: राज्य सरकार ने मराठाओं को स्वतंत्र 10 फीसदी आरक्षण देने वाले कानून को मंजूरी दे दी|हालाँकि, मनोज जरांगे पाटिल ने कड़ा रुख अपनाया कि मराठों को केवल ओबीसी कोटा के माध्यम से आरक्षण मिलना चाहिए|अलग से आरक्षण कानून के दायरे में नहीं रहेगा।साथ ही, मनोज जरांगे पाटिल ने मांग की है कि मुख्यमंत्री द्वारा जारी अधिसूचना का पालन किया जाना चाहिए|
इस बीच रविवार को मनोज जरांगे पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस के सागर बंगले पर भूख हड़ताल पर बैठने का संकल्प जताया और मुंबई के लिए रवाना हो गए|हालांकि, रास्ते में उनकी तबीयत खराब हो गई और वह इंटरवली सराती लौट आए। वहां उनका इलाज हुआ|इसके बाद उन्होंने ऐलान किया है कि आंदोलन स्थगित कर दिया जाएगा और आगे से क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी|
क्रमिक भूख हड़ताल में बदल गई: मैंने आज तक गंभीर भूख हड़तालें की हैं। यह इस व्रत का 17वां दिन है|अब इस अनशन को स्थगित कर रहे हैं|इसे अब शृंखलाबद्ध भूख हड़ताल में तब्दील कर दिया गया है|यहां हर दिन चार बच्चे भूख हड़ताल पर बैठेंगे|मैं अपील करता हूं कि प्रदेश में भी सभी क्रमिक अनशन शांतिपूर्वक संपन्न हों|मेरे द्वारा किए गए तीनों अनशनों में मैंने मराठा समुदाय को न्याय दिलाना है।
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