जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती द्वारा बुधवार को मंदिर जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक किये जाने पर मौलाना ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताया है। देवबंद के मौलाना ने इसका विरोध किया है। गौरतलब है कि महबूबा मुफ़्ती ने बुधवार को पूंछ के एक नवग्रह मंदिर का दौरा किया था। जहां उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया था। अब इसे मामले को लेकर देवबंद के मौलाना असद कासमी ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि महबूबा मुफ़्ती ने जो किया है वह सही नहीं है। उनका मंदिर जाकर जलाभिषेक करना इस्लाम के विरुद्ध है।
इस मामले को लेकर बीजेपी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कि महबूबा का यह केवल राजनीति स्टंट है। इस संबंध में जम्मू कश्मीर के बीजेपी प्रवक्ता रणबीर सिंह पठानिया ने कहा कि 2008 में महबूबा मुफ़्ती और उनकी पार्टी ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को भूमि आवंटन किये जाने का विरोध किया था। उस दौरान उनकी पार्टी ने तीर्थयात्रियों के लिए अस्थायी रूप से बनाई जाने वाली झोपड़ियों के लिए भूमि आवंटन करने से मना कर दिया था।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि महबूबा मुफ़्ती का यह केवल सियासी नौटंकी है। जो कोई काम नही आएगा। अगर सियासी नौटंकी परिवर्तन ला सकती है तो आज जम्मू कश्मीर समृद्धि का बाग़ होता। बताया जा रहा है कि महबूबा मुफ़्ती ने इस दौरे के दौरान यशपाल शर्मा की प्रतिमा पर फूल माला भी चढ़ाया।
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