सांसद गौतम गंभीर राजनीति को अलविदा, क्रिकेट में संवारेंगे भविष्य !

आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए भाजपा के लिए गौतम गंभीर का यह एक सख्त निर्णय है| उन्होंने अपने 'X' पर पोस्ट करते हुए राजनीति से संन्यास लेने की बात कही है| यही नहीं गंभीर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का निवेदन किया गया है| 

सांसद गौतम गंभीर राजनीति को अलविदा, क्रिकेट में संवारेंगे भविष्य !

Gautam Gambhir says goodbye to politics, will shape his future in cricket!

पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद गौतम के एक निर्णय ने सभी को चौका दिया है|इस भाजपा सांसद ने अपने राजनीतिक करियर से सन्यास लेने का फैसला लिया है|आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए भाजपा के लिए गौतम गंभीर का यह एक सख्त निर्णय है|उन्होंने अपने ‘X’ पर पोस्ट करते हुए राजनीति से संन्यास लेने की बात कही है|यही नहीं गंभीर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का निवेदन किया गया है| 
 
गौतम गंभीर ने इस दरम्यान प्रधानमंत्री और अमित शाह को राजनीतिक पारी में सहयोग देने की सराहना की गयी| आपको बता दें कि गंभीर के इस निर्णय से अब बात स्पष्ट हो गयी है आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं|अब वे अपना करियर क्रिकेट में बनाने की बात की जा रही हैं |
 
गौरतलब है कि पूर्व सांसद ने अपने ‘X’ पर पोस्ट कर भाजपा के पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से राजनीतिक कैरियर से मुक्त करने से अनुरोध किया है| यही नहीं, गौतम गंभीर ​एक बार फिर से क्रिकेट को लेकर अपनी प्रतिबद्धताओं पर फोकस करने की बात कही है| साथ ही लोगों की एक सांसद के रूप में सेवा का अवसर देने के लिए पीएम मोदी और अमित शाह की भूरी-भूरी प्रशंसा भी की गयी| बता दें कि वर्ष 2008 में अर्जुन पुरस्कार और वर्ष 2019 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था|
 
महज पांच वर्ष के अपने छोटे से राजनीतिक करियर को विदा करने वाले गौतम गंभीर वर्ष 22 मार्च 2019 को केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे| उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना को मात दी थी| इस चुनाव में लवली को 2,19,328 और गंभीर ने 3,04,934 मत मिले थे|
 
बता दें कि गौतम गंभीर ‘गौतम गंभीर फाउंडेशन नाम’ के एनजीओ के माध्यम से गरीब और अनाथ बच्चों की आर्थिक मदद करके उनका भविष्य संवारने का वीणा उठाया हुआ है| इसके साथ सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा को लेकर आर्थिक मदद देते आ रहे हैं| यही नहीं जरूरतमंदों को लेकर उनके द्वारा जनरसोई की मदद से गरीबों के लिए मात्र एक रूपये में खाना उपलब्ध करवाया| साथ ही वे इसकी समय-समय पर निरिक्षण भी किया करते रहते है| साथ ही वे स्वयं अपने हाथों से खाना भी लोगों को बांटते हुए दिखाई देते हैं|
 
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