मणिपुर घटना पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया पर भड़के संजय राउत !

मणिपुर के थौबल जिले में हुई घटना को लेकर दो महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई| इस बीच इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं|

मणिपुर घटना पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया पर भड़के संजय राउत !

Sanjay Raut furious over PM Modi's reaction on Manipur incident!

दो महीने पहले मणिपुर में भीड़ ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया था| 4 मई 2023 को मणिपुर के थौबल जिले में हुई घटना को लेकर दो महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई| इस बीच इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं|

 इस घटना पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टिप्पणी की है| उन्होंने यह भी राय व्यक्त की कि मणिपुर में उन महिलाओं के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”मेरा दिल दुख और गुस्से से भरा हुआ है| मणिपुर में जो हुआ वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक घटना है| ये पापी और अपराधी कौन हैं, लेकिन इस घटना ने पूरे देश को झुका दिया है| 140 करोड़ देशवासियों का सिर शर्म से झुक गया है|
इस बीच विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह कहते हुए आलोचना शुरू कर दी है कि यह बयान बहुत देर से आया है| शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा, प्रधानमंत्री ने दो महीने बाद इस पर बयान दिया, लेकिन वह बयान संसद के बाहर दिया गया था| इसका मतलब है कि आप संसद का सम्मान नहीं करते| तो नई संसद की स्थापना क्यों की गई? संसद इस पर बात नहीं करना चाहती तो लोकतंत्र को परेशान क्यों करें?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए सांसद राउत ने कहा, याद रखें कि आप प्रधानमंत्री हैं क्योंकि संसद वहां है| मणिपुर का मामला बेहद गंभीर है| इस मुद्दे पर यूरोपीय संसद में चर्चा हुई, लंदन में चर्चा हुई, लेकिन, अगर नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर अपनी संसद में चर्चा नहीं होने देते तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है| करीब 80 दिन बाद नरेंद्र मोदी ने इस मामले में बयान दिया?
सांसद संजय राउत ने कहा, देश में एक जगह दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया जाता है| क्या यही हमारे देश का चरित्र है? आप समान नागरिक कानून की बात करते हैं और इतने गंभीर मुद्दे पर 80 दिनों तक कुछ नहीं कहते। ये घड़ियाली आंसू अब निकल चुके हैं| दरअसल इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए|
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