शक्ति प्रदर्शन के साथ दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों ने किया नामांकन

 अंधेरी पूर्व उपचुनाव

शक्ति प्रदर्शन के साथ दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों ने किया नामांकन

अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी मुरजी पटेल और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) से ऋतुजा लटके ने नामांकन दाखिल किया। इस दोनों तरफ से जमकर शक्ति प्रदर्शन  किया गया। दोनों गठबंधन के नेताओं ने अपनी अपनी जीत के दावे किए।

पटेल ने इसी विधानसभा सीट से 2019 में बतौर निर्दलिय उम्मीदवार चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें शिवसेना के रमेश लटके से हार का सामना करना पड़ा। इस साल लटके के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है। पटेल ने यहां नामांकन पत्र भरने से पहले कहा, ‘‘मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं और जो पार्टी कहती है वह करता हूं।’’ उनके साथ भाजपा की मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार, विधायक नितेश राणे तथा मंत्री एवं शिवसेना के शिंदे धड़े के प्रवक्ता दीपक केसरकर भी मौजूद रहे। केसरकर ने गुरुवार को कहा था कि भाजपा और मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाली ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ विधानसभा उपचुनाव के लिए संयुक्त प्रत्याशी खड़ा करेगी। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट से ऋतुजा लटके नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। उनके पति तथा निवर्तमान विधायक रमेश लटके के निधन के बाद यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।

 बीएमसी ने स्वीकार किया लटके का इस्तीफा:बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र के आगामी उपचुनाव के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े की उम्मीदवार ऋतुजा लटके का इस्तीफा शुक्रवार की सुबह स्वीकार कर लिया।  अधिकारी ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए बीएमसी ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब 10 बजे बीएमसी में कार्यकारी सहायक (क्लर्क) के रूप में कार्यरत लटके को इसकी स्वीकृति का पत्र जारी किया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बीएमसी ने उच्च न्यायालय के निर्देश के तुरंत बाद गुरुवार को ही लटके का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था, लेकिन उन्हें शुक्रवार सुबह स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ।’’ इसके बाद लटके शुक्रवार दोपहर में अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए ठाकरे गुट की उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।

इस साल की शुरुआत में उनके पति और मौजूदा विधायक रमेश लटके की मौत के कारण यहां उपचुनाव आवश्यक था। लटके ने तीन अक्टूबर को अपना इस्तीफा बीएमसी को सौंपा था। बार-बार अनुरोध के बावजूद 12 अक्टूबर तक इसे स्वीकार नहीं किया गया था, जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का रुख किया। उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को बीएमसी को उनका इस्तीफा स्वीकार करने का निर्देश दिया था। तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर थी।

 

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