अजित पवार ने विधानमंडल के बाहर मीडिया से बातचीत की| इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सत्र में “मंत्रियों को बर्खास्त करने, विधायकों को सख्त चेतावनी जारी करने, राज्यपाल को हटाने की मांग की गई। लेकिन इन बातों को छुआ तक नहीं गया। मुख्यमंत्री ने मूल शिवसेना को छोड़कर शिंदे समूह का गठन किया। यह अभी भी इससे बाहर आने को तैयार नहीं है। एक ऐसे व्यक्ति द्वारा दिए गए बयानों के बारे में विधान सभा में बोलने की क्या प्रासंगिकता है जो सदन का सदस्य नहीं है|”
शिंदे गुट के 30 से 35 विधायकों को वाई प्लस सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक ‘वाई प्लस’ की कीमत 20 लाख रुपये है। तो उन्हें ‘वाई प्लस’ सुरक्षा की क्या जरूरत है? जरूरत पड़ने पर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए। चाहे वह सत्ता पक्ष का हो या विपक्षी दल का। भास्कर जाधव के घर के बाहर पेट्रोल बम मिले हैं, उनकी जान को खतरा है| अजीत पवार ने कहा कि राजन साल्वी को खतरा है और उन्होंने उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखा है|
अजित पवार ने शिंदे सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि “विपक्षी दल के कई सदस्यों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। हालांकि, सरकार में नेताओं को सुरक्षा मुहैया कराई गई है|”