मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे पाटिल ने अनशन शुरू कर दिया है और आज उनके अनशन का छठा दिन है| उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, मराठा समुदाय की ओर से सरकार से इस मामले में तत्काल निर्णय लेने की मांग बढ़ती जा रही है। इस बीच आज इस मामले में मराठा समुदाय की उपसमिति की बैठक हुई| इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे|इसलिए आज की बैठक पर सभी का ध्यान गया| यह बात सामने आई है कि आज की बैठक में भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया|मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज बताया कि आज की बैठक में शिंदे समिति की रिपोर्ट, समिति के विस्तार और टास्क फोर्स के गठन पर चर्चा हुई|बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की| वह उस समय बात कर रहे थे|
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ”मैं आज मराठा समुदाय के आरक्षण और मनोज जरांगे की भूख हड़ताल की पृष्ठभूमि के संबंध में एक बहुत ही महत्वपूर्ण उप-समिति की बैठक में उपस्थित था| स बैठक में काफी विस्तृत चर्चा हुई| पुराने कुनबी रिकॉर्ड की खोज के लिए गठित न्यायमूर्ति शिंदे समिति ने आज अपनी पहली रिपोर्ट सौंप दी। कल हम रिपोर्ट को कैबिनेट में ले जायेंगे और उसे स्वीकार कर आगे की प्रक्रिया करेंगे |शिंदे कमेटी ने करीब 1 करोड़ 72 लाख दस्तावेजों और मामलों की जांच की| इनमें 11 हजार 530 कुनबी पुराने अभिलेख मिले हैं।
उन्होंने पूरी विस्तृत रिपोर्ट पेश की है और काफी पुराने रिकॉर्ड भी जांचे हैं| इनमें कुछ जांचें उर्दू में मिलती हैं। इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद में पुराने साक्ष्य, रिकॉर्ड और दस्तावेज भी मांगे हैं। कुछ और रिकार्ड तलाशने के लिए शासन से दो माह का समय मांगा गया है। बहुत अच्छा काम किया| साक्ष्य की कई पंक्तियों की जांच की गई है। 15-16 सबूतों की जांच की जाती है|उन्होंने पूरी विस्तृत रिपोर्ट पेश की है और काफी पुराने रिकॉर्ड भी जांचे हैं| इनमें कुछ जांचें उर्दू और मोदी में मिलती हैं। इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद में पुराने साक्ष्य, रिकॉर्ड और दस्तावेज भी मांगे हैं। कुछ और रिकार्ड तलाशने के लिए शासन से दो माह का समय मांगा गया है। बहुत अच्छा काम किया| साक्ष्य की कई पंक्तियों की जांच की गई है। 15-16 सबूतों की जांच की जाती है|
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