उन्होंने यह भी बताया कि कई बांग्लादेशी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि चीन के विकास मॉडल को अपने देश में कैसे अपनाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हम चीन के अनुभव से सीखेंगे और इसे बांग्लादेश के विकास में शामिल करने के तरीकों पर विचार करेंगे।”
गरीबी उन्मूलन के संदर्भ में यूनुस ने चीन की नीतियों की प्रशंसा की और कहा कि कई देश केवल जीडीपी वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि आम जनता की जरूरतों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। इसके विपरीत, चीन ने निम्न आय वर्ग के लोगों की भलाई को प्राथमिकता दी और गरीबी उन्मूलन में उल्लेखनीय सफलता हासिल की।
उन्होंने यह भी बताया कि हाल के वर्षों में चीन और बांग्लादेश के बीच व्यापारिक सहयोग ने ऊंची गति पकड़ी है। चीन बीते 15 वर्षों से बांग्लादेश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है। वर्तमान में बांग्लादेश में लगभग एक हजार चीनी कंपनियां सक्रिय हैं, जिनसे 5.5 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं।
भविष्य को लेकर आशावादी रुख अपनाते हुए यूनुस ने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, “मैं अधिक चीनी निवेशकों को बांग्लादेश में निवेश करने, व्यापार शुरू करने और संयुक्त रूप से एक व्यापक बाजार खोलने के लिए आमंत्रित करता हूं।”
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