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Wednesday, April 2, 2025
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नई दिल्ली: विहिप ने नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की!

जानवरों का वध भी नियत सरकारी वध शालाओं में ही होना चाहिए। साथ ही, प्रत्येक मीट की दुकान को यह स्पष्ट करना भी जरूरी है कि वह हलाल मीट बेच रहा है या झटका। 

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विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि दिल्ली नगर निगम के नियमानुसार स्कूल और मंदिर के पास कोई मीट की दुकान नहीं हो सकती। विनोद बंसल ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “दिल्ली नगर निगम के नियमानुसार कोई भी मीट की दुकान किसी मंदिर या विद्यालय की एक निश्चित परिधि के अंदर नहीं होनी चाहिए। जानवरों का वध भी नियत सरकारी वध शालाओं में ही होना चाहिए। साथ ही, प्रत्येक मीट की दुकान को यह स्पष्ट करना भी जरूरी है कि वह हलाल मीट बेच रहा है या झटका।
दुर्भाग्य से इन तीनों ही नियमों की एक लंबे समय से अनदेखी की जाती रही है और सात्विक जीवन जीने वाले अहिंसक व आस्थावान लोगों की भावनाओं के साथ निरंतर खिलवाड़ किया जाता रहा है। नन्हें मुन्ने बच्चों व विद्यार्थियों के मन-मस्तिष्क पर भी इसका बेहद विपरीत प्रभाव देखने को मिलता है।”

उन्होंने आगे कहा, “आगामी रविवार को विक्रमी संवत् 2082 की वर्ष प्रतिपदा का विश्वव्यापी महोत्सव है और उसी दिन से चैत्र मास की नवरात्रों का पवन प्रारंभ भी है। इसके दृष्टिगत, हिंदू जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नवरात्रि के दौरान मीट की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित हो सके, इसके लिए शासन-प्रशासन और नगर निगम को पहल करनी चाहिए, जिससे अनावश्यक विद्वेष, कलह और झगड़ों को आमंत्रण न मिल सके।”

हालांकि, विनोद बंसल ने एक वीडियो बयान भी जारी किया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली नगर निगम के नियमानुसार कोई भी किसी मंदिर या विद्यालय की एक निश्चित परिधि के अंदर मीट की दुकान नहीं होनी चाहिए। त्योहारों में हिंदू मंदिरों के आसपास मीट की बिक्री चिंतनीय है।

वर्ष प्रतिपदा के तुरंत बाद नवरात्र शुरू हो जाएंगे। नवरात्र के दौरान भी दिल्ली में और अन्य ऐसे स्थानों पर मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगना चाहिए, जिससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत न हों और अनावश्यक रूप से पैदा होने वाले विवाद भी रोके जा सकें।
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