न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले, भारत-पाक के बीच युद्ध, वक्फ कानून सहित अन्य मुद्दों पर खास बातचीत की।
सवाल: पहलगाम हमले पर आपका क्या रुख है?
जवाब: जो भी हुआ, बहुत गलत हुआ और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। आतंकवादियों ने जो यहां पर किया, मैं इसकी पुरजोर तरीके से विरोध करती हूं। पहलगाम में जो हुआ, हम सभी का दिल टूटा है। जो तस्वीरें, वीडियो हमारे सामने आईं, उनसे बहुत दुख पहुंचा है। इस हमले में हम सभी ने देखा कि हमारे यहां टूरिस्टों को दिन-दहाड़े मारा गया।
सवाल: पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की साजिश, या फिर चूक हुई?
जवाब: बीते छह साल, 2019 में जब से आर्टिकल 370 यहां हटाई गई, जम्मू कश्मीर का जो स्पेशल स्टेटस था, हमसे छीना गया। यहां की पूरी कानून व्यवस्था गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है। इसीलिए, इस वक्त मेरा इस मुद्दे पर कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा।
सवाल: कश्मीर से पाकिस्तानियों को वापस भेजा जा रहा है, इसे आप कैसे देखती हैं?
जवाब: यहां पर कई लोग वर्षों पहले आए। एक महिला का बेटा तो सीआरपीएफ में था और शहीद हुआ। 2021 में गृहमंत्री अमित शाह भी मिलने के लिए गए थे। इंसानियत के तौर पर आप देखेंगे तो यह गलत है।
सवाल: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच तनाव है। क्या दोनों देशों के बीच युद्ध होना चाहिए?
जवाब: युद्ध किसी भी सवाल का जवाब नहीं हो सकता है। क्योंकि, जब भी आप युद्ध के बारे में बात करते हैं तो जम्मू कश्मीर के लोग इससे प्रभावित होते हैं। क्योंकि हम एक बॉर्डर स्टेट हैं। लेकिन कुछ चीजें आपके कंट्रोल में नहीं हैं। पीएम मोदी जब रूस गए थे तो उन्होंने कहा था कि युद्ध का दौर अब खत्म हो चुका है।
सवाल: पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पहलगाम आतंकी हमले पर पीएम मोदी पर सवाल उठाए, आपका इस पर क्या कहना है?
जवाब: पूर्व सीएम बेतुकी बातें कर रहे हैं। आप खुद ही जानते हैं कि इस आतंकी हमले में कितने लोग मारे गए, कितने लोग शहीद हुए। इस हमले को हुए अभी ज्यादा दिन भी नहीं बीते हैं, हमारे राजनेता अपनी सियासत करने लगे हैं। अभी यह वक्त सियासत करने का नहीं है। किसी भी राजनेता को इस मामले में सोच-समझकर बयान देना चाहिए। पीएम का 56 इंच का सीना है या नहीं, इस तरह के बयान देने का क्या मतलब है?
सवाल: क्या आपको पीएम मोदी पर भरोसा है?
जवाब: मेरे पास इस सवाल का जवाब नहीं है। लेकिन, एक कश्मीरी के तौर पर मैं काफी निराश हूं। हमें जिस प्रकार से शक की नजर से देखा जाता है। पिछले 10 दिनों में दिल्ली में कश्मीरी छात्रों, बिजनेसमैन को तंग किया जा रहा है। पीएम मोदी हमेशा एक चीज कहते हैं कि दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी।
सवाल: वक्फ कानून को लेकर आप क्या सोचती हैं, अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है?
जवाब: यह एंटी मुस्लिम बिल है। जैसे मुल्क के लोगों को छह साल पहले झूठ बोला गया कि आर्टिकल 370 हटने से जम्मू-कश्मीर में विकास होगा। उनकी तरक्की के लिए किया जा रहा है। वह एक गलत नॉरेटिव था। इसी तरह से वक्फ संशोधन कानून पास कर दिया गया। पास हुए अभी ज्यादा दिन भी नहीं हुए कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है।
सवाल: आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला पीएम मोदी से मिले। इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब: मुझे लगता है कि जम्मू-कश्मीर में एनसी भाजपा का नेरेटिव यहां चला रही है। एनसी ने विधानसभा में वक्फ के बारे में बात नहीं की। भाजपा ने भी वक्फ को लेकर कुछ नहीं कहा। मैं बस यह कहना चाहती हूं कि यहां की जनता ने आपको क्यों चुना है। इस पर भी आपको सोचना चाहिए।
सवाल: इम्तियाज जो आतंकियों की मदद कर रहा था, उसने नदी में कूदकर जान दे दी, क्या कहेंगी आप?
सवाल: महबूबा मुफ्ती पहलगाम गईं, क्या संदेश देना चाहती हैं?



