बाबा महाराज सतारकर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन शब्दों में दी श्रद्धांजलि!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि मुझे वहां जलपूजा करने का मौका मिला| मैंने मंदिर से जुड़ी अंतिम परियोजनाओं, जिनका लोकार्पण हो चुका है, का भी भूमिपूजन किया। अब देश-विदेश से श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे। मोदी ने ये भी कहा| उन्होंने बाबा महाराज सातारकर को भी श्रद्धांजलि दी|

बाबा महाराज सतारकर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन शब्दों में दी श्रद्धांजलि!

Baba Maharaj Satarkar: Prime Minister Narendra Modi paid tribute in these words!

शिर्डी की इस पवित्र भूमि को मेरी श्रद्धांजलि! पांच साल पहले इस पवित्र मंदिर को 100 साल पूरे हुए| उस वक्त मुझे साईं को देखने का मौका मिला|आज साईं बाबा के आशीर्वाद से साढ़े सात हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया है। महाराष्ट्र पांच दशकों से जिस निलावंडे बांध का इंतजार कर रहा था, वह भी पूरा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि मुझे वहां जलपूजा करने का मौका मिला| मैंने मंदिर से जुड़ी अंतिम परियोजनाओं, जिनका लोकार्पण हो चुका है, का भी भूमिपूजन किया। अब देश-विदेश से श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे। मोदी ने ये भी कहा| उन्होंने बाबा महाराज सातारकर को भी श्रद्धांजलि दी|
बाबा महाराज सातारकर को श्रद्धांजलि: आज बाबा महाराज सातारकर के निधन का समाचार सुना। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दे| बाबा महाराज सातारकर देश के गौरव थे। वारकरी संप्रदाय के गौरव बाबा महाराज सातारकर आज वैकुंठवासी हो गये| उन्होंने अपने कीर्तन और उपदेशों के माध्यम से जो जागरूकता का काम किया वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी है। बाबा महाराज सातारकर बहुत सरलता और सीधी बात करते थे। बाबा महाराज सत्कारकर की आवाज और अंदाज ने लोगों का दिल जीत लिया| हम सभी ने उनकी आवाज में जय-जय रामकृष्ण हरि भजन का प्रभाव हमेशा देखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि मैं आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं|

प्रसिद्ध कीर्तनकार एच.भ.डब्ल्यू बाबा महाराज सातारकर का आज सुबह छह बजे निधन हो गया| वह 88 वर्ष के थे| उनके निधन से अकेले महाराष्ट्र में वारकरी संप्रदाय परंपरा और सातारकर फड़ परंपरा से जुड़े लाखों समुदायों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके परिवार में उनकी दो बेटियां हैं। भ.डब्ल्यू भगवती महाराज और रासेश्वरी सोनकर और पोते-पोतियों का परिवार है। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार शुक्रवार 27 अक्टूबर को शाम 5 बजे नेरुल में किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी|

सरकार गरीब कल्याण के लिए प्रतिबद्ध : देश को गरीबी से मुक्ति दिलानी है|असली न्याय तो यही है कि गरीबों को आगे बढ़ने का मौका मिले। हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। हमारी प्राथमिकता गरीबों का कल्याण है| आज देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। गरीबों के कल्याण के लिए सरकार का बजट भी बढ़ रहा है।

आज महाराष्ट्र में 1 करोड़ 10 लाख आयुष्मान कार्ड दिए जा रहे हैं| मोदी ने यह भी घोषणा की है कि इन कार्ड धारकों के लिए पांच लाख तक का इलाज मुफ्त होगा। इस योजना के लिए 70 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है| गरीबों के लिए घर पर 4 लाख करोड़ रुपये खर्च। मोदी ने यह भी कहा है कि ये सभी खर्च 2014 से पहले के दस सालों की तुलना में छह गुना ज्यादा हैं|
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