मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एलओसी पर स्थिति ठीक है। बॉर्डर और एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन की खबरें नहीं आ रही हैं, जो नुकसान हुआ है उसका मुआयना किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद नुकसान की भरपाई की जाएगी। इस दौरान पर्यटन को भारी नुकसान हुआ है लेकिन अब हमारा पूरा ध्यान अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने पर है। हम नहीं चाहते कि उसमें कोई व्यवधान हो।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों में सीमावर्ती क्षेत्रों को काफी नुकसान हुआ है। इसके लिए सरकार मुआवजा देने के लिए कह रही है।
सात भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजे जाने का जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि संसद के हमले के बाद भी डेलिगेशन भेजे गए थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में ऑपरेशन परिक्रमा रखा गया था, उस दौरान भी संसद डेलिगेशन कई देशों में भेजे गए थे। यह पाकिस्तान की हरकतों को अन्य देशों में रखने का अच्छा मौका है। इस दौरान बड़ी पार्टी के नुमाइंदे इन डेलिगेशन में शामिल होंगे और विदेशों में जाकर बात करेंगे।
गौरतलब है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति का संदेश साझा करने के लिए भारत सरकार सात भारतीय सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल विदेश भेज रही है। यह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट करने के साथ ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को अवगत कराएगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना की ओर से पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए चलाया गया। भारतीय सेना की इस एयर स्ट्राइक में 100 से ज्यादा कुख्यात आतंकी मारे गए। प्रतिनिधिमंडल जल्द ही दौरे पर जाएगा।
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