ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित होने वाले उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं| 28 और 29 जनवरी को होने वाले इस मेगा इवेंट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे| इस कार्यक्रम में देश के कई उद्योगपति और अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी शामिल होंगे|
बता दें कि कॉन्क्लेव का उद्देश्य 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित करना और 3.5 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करना है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को सुबह 11 बजे इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन करेंगे| यह एक महीने के भीतर पीएम मोदी का दूसरा ओडिशा दौरा है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक व्यापार सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस कार्यक्रम में भारत और विदेशी उद्योग जगत की कई हस्तियां शामिल होंगी| इसके साथ ही हर सेक्टर में निवेश की उम्मीद भी है| एक महीने के भीतर पीएम मोदी का ये दूसरा ओडिशा दौरा है|
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने राज्य को भारत की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने की महत्वाकांक्षा जताई है| पिछले छह महीनों में, ओडिशा ने ₹2.4 लाख करोड़ के निवेश को मंजूरी दी है| इस बार, कॉन्क्लेव का फोकस रोजगार सृजन करने वाले उद्योगों पर रहेगा, जिनमें हरित हाइड्रोजन, टेक्सटाइल्स, शिपबिल्डिंग, नवीकरणीय ऊर्जा और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्र शामिल हैं|
मुख्यमंत्री मांझी ने यह भी घोषणा की इस कार्यक्रम में आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, रसायन, खाद्य प्रसंस्करण और टेक्सटाइल्स जैसे विशिष्ट क्षेत्रों पर जोर दिया गया है| इन क्षेत्रों की शीर्ष 20 कंपनियां और 100 से अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियां इस आयोजन में भाग लेंगी, जो ओडिशा के निवेश क्षमता में बढ़ती वैश्विक रुचि को दर्शाती है|
कॉन्क्लेव में पीएम मोदी और अन्य लोगों की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं| भुवनेश्वर-कटक पुलिस आयुक्त सुरेश देव दत्ता सिंह ने बताया कि निगरानी बढ़ा दी गई है और ट्रैफिक मैनेजमेंट, भीड़ नियंत्रण और प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गई हैं|
इस कार्यक्रम में भारत के प्रमुख उद्योगपति जैसे सज्जन जिंदल (JSW), नवीन जिंदल (JSPL), अनिल अग्रवाल (वेदांता) और कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप) भाग लेंगे| इसके अलावा टाटा और रिलायंस जैसी प्रमुख कंपनियां भी शामिल होंगी| अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, जापान और जर्मनी समेत 12 देशों के प्रतिनिधि ओडिशा के निवेश अवसरों का पता लगाने के लिए यहां आएंगे|
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