शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और कुछ विधायकों ने बगावत कर दी है। उसके बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है| शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना नेता के पद से बर्खास्त कर दिया है। सभी नगरसेवकों, विधायकों, सांसदों और शिवसेना पदाधिकारियों को उद्धव ठाकरे के पार्टी प्रमुख के रूप में समर्थन में हलफनामा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
शिवसेना के 39 विधायकों के बंटवारे के बाद शिवसेना में फूट पड़ गई। तो इन विधायकों ने कहा कि ये शिवसैनिक हैं। तो अब पता चला है कि वह अन्य पदाधिकारियों से पार्टी संबद्धता का हलफनामा ले रहे हैं| मालूम हो कि शिवसेना पार्टी को राज्य छोड़ने से रोकने की कोशिश कर रही है क्योंकि इन बागी विधायकों की वजह से उसे सत्ता गंवानी पड़ी है|
हलफनामा शिवसेना के सांसदों, विधायकों, नगरसेवकों, विभाग प्रमुखों, जिलाध्यक्षों, विभिन्न शिवसेना संगठनों के पदाधिकारियों और पदाधिकारियों द्वारा लिखा जाएगा।