महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक विजय वडेट्टीवार ने शिवसेना नेता संजय निरुपम के कांग्रेस दफ्तर को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है। संजय निरुपम ने खुलासा कर बताया था कि कांग्रेस ने अपने मुंबई कार्यालय का किराया वर्षों से नहीं चुकाया है, जिससे कार्यालय पर ताला लगने की नौबत आ गई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले 10 महीनों से मुंबई कांग्रेस के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है और पार्टी छोड़ चुके संजय निरुपम को इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “निरुपम को दूसरों के मामलों में दखल देने के बजाय अपने कार्यालय की चिंता करनी चाहिए। जो पद उन्हें चापलूसी के जरिए मिले हैं, उन्हें संभालने पर ध्यान दें। कांग्रेस अपने मुद्दों को खुद सुलझा लेगी।”
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वडेट्टीवार ने शिवसेना नेता अनिल परब के विवादित बयान पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। सत्ता पक्ष जवाब देने में असमर्थ है, इसलिए उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
गौरतलब है कि संजय निरुपम ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कांग्रेस कार्यालय की आर्थिक स्थिति को लेकर तंज कसते हुए कहा था कि पार्टी पर 18 लाख रुपये का किराया बकाया है, 5 लाख रुपये का बिजली बिल नहीं चुकाया गया, जिससे बिजली कट गई और डिस्ट्रीब्यूटर मीटर तक उठा ले गया। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में कभी ऐसी स्थिति नहीं आई थी और मुंबई कांग्रेस का मासिक खर्च 14 लाख रुपये हुआ करता था, जिसमें किराया, बिजली बिल और वेतन शामिल थे।