एकता गणेशोत्सव मंडल और नागपुर में विवाद पिछले कुछ सालों से एक समीकरण बना हुआ है| इस साल भी एकता गणेशोत्सव मंडल ने नृत्यांगना गौतमी पाटिल का पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया था और अनियंत्रित भीड़ ने कुर्सियां तोड़ दी| इसलिए भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां भी चलानी पड़ीं| ऐसे में एक बार फिर बोर्ड का नाम चर्चा में आ गया|
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक प्रकाश गजभिये के नेतृत्व में एकता गणेशोत्सव मंडल की ओर से पहाड़ी क्षेत्र में गौतमी पाटिल के पौधे रोपने का कार्यक्रम आयोजित किया गया, लेकिन, छोटे मैदान पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित होने से पुलिस पर सुरक्षा का दबाव बढ़ गया| साथ ही पहली बार गौतमी का पौधारोपण करने के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ी| जैसे ही पुलिस ने वीआईपी कुर्सियों के पीछे बैरिकेड्स लगाए तो कई दर्शक कुर्सियों पर खड़े होकर जुलूस देखने लगे। कुछ लोगों ने कुर्सियां तोड़ कर अफरा-तफरी मचा दी| भीड़ अधिक होने से भगदड़ मचने की आशंका थी।
इसके चलते पुलिस को कुछ युवाओं पर हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके चलते कार्यक्रम के दौरान काफी अफरा-तफरी मच गई| गणेशोत्सव मंडल के पदाधिकारियों ने सीधे पुलिस पर हाथ उठाकर इशारा कर दिया| कार्यक्रम में बच्चे और महिलाएं भी थीं| इसलिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई महिला पुलिस को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ी। हालांकि, बोर्ड ने कोई भी ज़िम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
गौतमी के खिलाफ केस दर्ज होने की संभावना: गौतमी पाटिल ने मंच से दर्शकों की ओर देखकर अश्लील इशारे किए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा भी मौजूद थे| इसलिए खबर है कि कुछ एनजीओ की महिलाओं ने इस मामले में अंबाझरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की है|
गजभिये की ओर से नहीं आयी कोई प्रतिक्रिया : एकता गणेशोत्सव मंडल कार्यक्रम के दौरान उपद्रव के बाद पुलिस लाठीचार्ज को लेकर व्यापक आक्रोश है| इस मामले में प्रतिक्रिया जानने के लिए पूर्व विधायक प्रकाश गजभिये से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी|
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