कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कई लोग कश्मीर में पर्यटक के तौर पर आते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह सुरक्षित है और हमारे देश का अभिन्न अंग है। दुर्भाग्य से ऐसी भयावह घटना हुई, जिसमें 26 लोग मौके पर ही मारे गए। यह वास्तव में एक दुखद घटना है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे देश की बदकिस्मती है कि पहलगाम आतंकवादी हमले पर हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं आए। यह शर्म की बात है। वह बिहार में चुनावी भाषण करते हैं, लेकिन दिल्ली में हो रही सर्वदलीय बैठक में नहीं आ सकते।
खड़गे ने कहा कि उन्होंने बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, क्योंकि जब देश के स्वाभिमान को ठेस पहुंचे तो हम सभी को एकजुट रहना चाहिए। इस बैठक में प्रधानमंत्री को आना चाहिए था। हमने पहलगाम आतंकवादी हमले पर सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई और तय किया कि हम सरकार के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि जब हमारे राष्ट्रीय गौरव पर हमला होता है तो सभी का कर्तव्य बनता है कि वे एकजुट रहें। इस मुश्किल समय में हमने सरकार से कहा कि हम एक साथ खड़े हैं और जो भी कार्रवाई की जाएगी, उसमें सहयोग करेंगे। देश सर्वोपरि है, उसके बाद पार्टियां और धर्म आते हैं, देश के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश को बहुत कुछ दिया, खाद्य सुरक्षा, मनरेगा, शिक्षा, आईआईटी, सिंचाई कांग्रेस पार्टी की देन है। मोदी सरकार ने केवल महंगाई और बेरोजगारी दी। मौजूदा सरकार की तरफ से इस समय देश को कमजोर करने का काम हो रहा है। कांग्रेस पार्टी जनता के मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक उठाने का काम करेगी।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के इस कथन पर कि ‘देश के 140 करोड़ लोग जब तक देशभक्ति को अपना परम धर्म नहीं मानते’, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह देश के लोगों को चुनौती दे रहे हैं कि हमारे पास देशभक्ति की कमी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर जाकर पहलगाम हमले के घायलों से मुलाकात और बातचीत की। लेकिन पीएम मोदी न तो सर्वदलीय बैठक में पहुंचे और न ही कश्मीर गए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि देश सबसे पहले है। देश के लिए सभी को एकजुट होना चाहिए। आजादी के लिए लाखों लोगों ने घर छोड़ दिए। तमाम लोग शहीद हुए, तब जाकर देश आजाद हुआ और संविधान बना। इसी की बदौलत आज एक चाय बेचने वाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री है और एक मिल वर्कर का बेटा कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बना।”



