उन्होंने बताया कि सभी घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर हालत वाले लोगों को उन्नत चिकित्सा उपचार के लिए क्वेटा भेजा जा रहा है। दो घायलों की हालत गंभीर है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रिंद ने कहा कि निशाना बनाए गए जवान बलूचिस्तान कांस्टेबुलरी के थे और उन्हें बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम) द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था।
इससे पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि विस्फोट में 19 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि घायलों के इलाज के लिए बोलन मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सिविल अस्पताल क्वेटा में आपातकाल घोषित कर दिया गया। अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है तथा घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की और अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री बख्त मुहम्मद काकर को व्यक्तिगत रूप से चिकित्सा प्रक्रिया की निगरानी करने का भी निर्देश दिया।
बुगती ने कहा कि घायलों के इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
पाकिस्तान के सबसे बड़े और सबसे कम आबादी वाले प्रांत बलूचिस्तान में हाल के वर्षों में हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं, जिनमें अक्सर सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर हमले किए जाते हैं तथा इनके लिए अलगाववादी और चरमपंथी समूहों को जिम्मेदार ठहराया जाता है।