जम्मू-कश्मीर परिसीमन​ ​: Pak​ के ‘हास्यास्पद’ प्रस्ताव को ​किया​ ​ खारिज ​

नए परिसीमन आदेश के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी, उधमपुर और जम्मू नाम से पांच संसदीय क्षेत्र होंगे।  

जम्मू-कश्मीर परिसीमन​ ​: Pak​ के ‘हास्यास्पद’ प्रस्ताव को ​किया​ ​ खारिज ​

भारत ने कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान की जमकर खिंचाई की है| भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर परिसीमन पर पाकिस्तान के एक ‘हास्यास्पद’ प्रस्ताव को खारिज कर दिया|MEA ने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने के लिए पाकिस्तान के पास ‘कोई अधिकार नहीं है| वही, ‘पाकिस्तान को पाकिस्तान के अवैध और जबरन कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों सहित भारत के आंतरिक मामलों में बोलने या हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।”

भारत ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में परिसीमन अभ्यास के खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में पेश किए गए एक “हास्यास्पद” प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया जिसमें उसने कहा, “हम भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में परिसीमन अभ्यास के विषय पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली द्वारा पारित हास्यास्पद प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं।”

“पाकिस्तान के पास पाकिस्तान के अवैध और जबरन कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों सहित भारत के आंतरिक मामलों में बोलने या हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है,” यह रेखांकित किया| सरकार ने पा​​किस्तान नेशनल असेंबली द्वारा पारित प्रस्ताव को “हास्यास्पद” बताते हुए कहा, “जम्मू – कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों का पूरा क्षेत्र हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में परिसीमन अभ्यास व्यापक हितधारक परामर्श और भागीदारी के सिद्धांतों पर आधारित एक लोकतांत्रिक अभ्यास है।” नए परिसीमन आदेश के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी, उधमपुर और जम्मू नाम से पांच संसदीय क्षेत्र होंगे।

भारत ने पहले जम्मू-कश्मीर में परिसीमन अभ्यास पर अपनी “अनुचित” टिप्पणियों के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की आलोचना की और उसे एक देश के इशारे पर अपने “सांप्रदायिक एजेंडे” को परोक्ष संदर्भ में चलाने से परहेज करने के लिए पाकिस्तान को  कहा है।

यह भी पढ़ें-

लखनऊ का बदलेगा नाम? CM योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर छिड़ी बहस 

Exit mobile version