नई दिल्ली में संसद भवन की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। शुक्रवार (22 अगस्त) को एक अज्ञात व्यक्ति संसद परिसर की दीवार फांदकर अंदर घुस आया। हालांकि, तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए आरोपी को पकड़ लिया और हिरासत में ले लिया। फिलहाल उसकी पहचान उजागर नहीं हुई है और सुरक्षा एजेंसियाँ उससे पूछताछ कर रही हैं।
सूत्रों के अनुसार आरोपी रेल भवन की ओर से आया था और परिसर से सटी एक पेड़ पर चढ़कर दीवार तक पहुँचा। इसके बाद वह सीधे संसद परिसर में कूद गया। चौंकाने वाली बात यह है कि इस घटना की जानकारी पुलिस अधिकारियों को मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए मिली। अभी तक आरोपी को संसद सुरक्षा टीम ने ही अपने कब्ज़े में रखा है और औपचारिक रूप से दिल्ली पुलिस को सौंपा जाना बाकी है।
यह घटना उस समय और भी गंभीर मानी जा रही है क्योंकि 13 दिसंबर 2023 को संसद की कार्यवाही के दौरान भी सुरक्षा में बड़ी सेंध लगी थी, जब कुछ युवकों ने भीतर घुसकर हंगामा किया था। उस चूक के बाद ही संसद की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस से लेकर CISF को सौंपा गया था। इसके बावजूद लगातार दोहराई जा रही घटनाएँ सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।
विपक्षी दल पहले से ही संसद सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। दिसंबर की घटना के बाद उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से सदन में बयान देने की मांग की थी। उस मामले में पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनका मास्टरमाइंड ललित झा बताया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिसंबर 2023 की घटना को “दुखद” बताते हुए कहा था कि “इस मामले में विवाद की जगह यह समझना जरूरी है कि इसके पीछे कौन है और उनके मंसूबे क्या हैं।” अब एक और सुरक्षा सेंध ने संसद की सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी और सतर्कता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जांच एजेंसियाँ आरोपी से पूछताछ कर उसके इरादों और पृष्ठभूमि की तह तक पहुँचने की कोशिश कर रही हैं।
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