अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है, इस बार उन्होंने कांग्रेस में सबसे अधिक चर्चित और लोकप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज कोंग्रेसी नेता राजीव गांधी पर टिप्पणी करते हुए उनकी कैंब्रिज में फेल होने की कहानी बताई है।
कांग्रेस में बड़े स्तर पर सम्मानित किए जाने वाले राजीव गांधी के भारत के प्रधानमंत्री चुने जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए अय्यर ने इंटरव्यू में खुलासा किया, उन्होंने कहा, “जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने, तो मैंने सोचा कि एक व्यक्ति जो एयरलाइन पायलट था और दो बार असफल हो चुका था, वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है? मैंने उनके साथ कैम्ब्रिज में पढ़ाई की थी, जहाँ वे असफल हो गए थे। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में असफल होना बहुत मुश्किल है क्योंकि यूनिवर्सिटी यह सुनिश्चित करने की कोशिश करती है कि हर कोई कम से कम पास हो जाए। लेकिन इसके बावजूद राजीव गांधी असफल हो गए। इसके बाद वे लंदन के इंपीरियल कॉलेज गए और वहाँ भी वे असफल हो गए। तब मैंने सोचा कि ऐसा व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है?”
🚨 Mani Shankar Aiyar Exposing Rajiv Gandhi! Video of the day! 🔥😂😂
He said “When Rajiv Gandhi became the Prime Minister, I thought, how could a person who was an airline pilot and had failed twice become the Prime Minister?
I studied with him at Cambridge, where he had… pic.twitter.com/7hbtxaeFwe
— BALA (@erbmjha) March 5, 2025
मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया में फिर एक बार राजीव गांधी वंशवाद की राजनीति का सबसे खराब उदाहरण होने और एक असफल व्यक्ति को सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी मिलने की बातें हो रही है।
यह भी पढ़ें:
कांगो में गृहयुद्ध: हिंसा से नागरिकों और सहायता कर्मियों को खतरा-संयुक्त राष्ट्र!
भारत के भविष्य का निर्धारण इनोवेशन में निवेश से होगा, एआई बनेगा गेम चेंजर: पीएम मोदी
एक यूजर ने लिखा, “राजीव गांधी वंशवाद की राजनीति का सबसे खराब उदाहरण थे, एक असफल व्यक्ति को सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी चांदी की थाली में परोसी गई, जबकि उसने बार-बार साबित किया कि वह इसके लिए पूरी तरह से अयोग्य था। यह एक ऐसा व्यक्ति था जो कैम्ब्रिज में फेल हो गया, इंपीरियल कॉलेज में फेल हो गया, और फिर भी उसे लाखों लोगों के देश का नेतृत्व करने में सक्षम माना गया। उसकी एकमात्र योग्यता नेहरू-गांधी परिवार में पैदा होना था। वह एक भ्रष्ट, अक्षम तानाशाह था जिसके हाथ बोफोर्स घोटाले से लेकर सिख विरोधी दंगों और आईपीकेएफ आपदा तक खून से सने थे। उन्होंने लोकतंत्र का उपदेश दिया लेकिन असंतोष को कुचल दिया, देश को लूटा और अपने साथियों को बेलगाम छोड़ दिया। जांच में कायर, सत्ता में क्रूर, उनकी विरासत विश्वासघात, रक्तपात और बेशर्म पाखंड की है।”