प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास को कथित रूप से ड्रोन से निशाना बनाए जाने की खबरों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक प्रयास ही सबसे प्रभावी रास्ता हैं और ऐसे किसी भी कदम से बचना चाहिए जो शांति वार्ता को कमजोर करे।
मंगलवार को सोशल मीडिया मंच X पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पक्षों से संयम बरतने और संवाद पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने लिखा, “रूसी संघ के राष्ट्रपति के आवास को निशाना बनाए जाने की खबरों से गहरी चिंता हुई है। जारी कूटनीतिक प्रयास ही शत्रुता समाप्त करने और शांति स्थापित करने का सबसे व्यवहारिक मार्ग हैं। हम सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे इन्हीं प्रयासों पर केंद्रित रहें और ऐसे किसी भी कदम से बचें जो इन्हें कमजोर कर सकता है।”
Deeply concerned by reports of the targeting of the residence of the President of the Russian Federation. Ongoing diplomatic efforts offer the most viable path toward ending hostilities and achieving peace. We urge all concerned to remain focused on these efforts and to avoid any…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2025
प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन ने 29 दिसंबर की रात नोवगोरोद क्षेत्र में स्थित राष्ट्रपति पुतिन के सरकारी आवास पर ड्रोन हमला किया। रूसी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार, लावरोव ने कहा कि यूक्रेन की ओर से कुल 91 मानवरहित हवाई वाहन (UAV) दागे गए थे, जिन्हें रूसी वायु रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। इस घटना में किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान पहुंचने की सूचना नहीं दी गई है।
हालांकि, लावरोव ने चेतावनी दी कि रूस इस कथित हमले का जवाब देगा और जवाबी कार्रवाई के समय और लक्ष्यों का निर्धारण किया जा चुका है। इसके बावजूद उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रूस यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए चल रही बातचीत से पीछे नहीं हटेगा, लेकिन इस घटना के बाद मॉस्को अपने रुख की समीक्षा जरूर करेगा।
दूसरी ओर, यूक्रेन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूसी दावों को “पूरी तरह से मनगढ़ंत” बताया। X पर पोस्ट करते हुए ज़ेलेंस्की ने कहा कि, “रूस एक बार फिर खतरनाक बयानबाजी कर रहा है, राष्ट्रपति ट्रम्प की टीम के साथ हमारे साझा राजनयिक प्रयासों की सभी उपलब्धियों को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। हम शांति को और करीब लाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे। यह कथित “आवासीय हमले” की कहानी पूरी तरह से मनगढ़ंत है, जिसका मकसद यूक्रेन, खासकर कीव पर और हमले करना और रूस द्वारा युद्ध समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने से इनकार करना है। यह रूस का आम झूठ है। इसके अलावा, रूस पहले भी कीव को निशाना बना चुका है, जिसमें मंत्रिमंडल भवन भी शामिल है। यूक्रेन कूटनीति को कमजोर करने वाले कदम नहीं उठाता। इसके विपरीत, रूस हमेशा ऐसे कदम उठाता है। यह हमारे बीच के कई मतभेदों में से एक है। अब दुनिया का चुप न रहना बेहद जरूरी है। हम रूस को स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों को कमजोर करने की अनुमति नहीं दे सकते।”
यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है, जब युद्ध समाप्त करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास तेज़ हैं। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा स्थित अपने मार-ए-लागो एस्टेट में यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मेज़बानी की थी, जहां चार वर्षों से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी भारत के संतुलित और संवाद-आधारित रुख को दर्शाती है, जिसमें वह लगातार संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और कूटनीतिक रास्ते को प्राथमिकता देने की बात करता रहा है।
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