महाराष्ट्र के नागपुर (अजनी) और पुणे के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवा का रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। रेलवे की ओर से इस अवसर पर विशेष तैयारियां की गई थीं। शुभारंभ से पहले, नागपुर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रेन में सवार यात्रियों और बच्चों से बातचीत की। उन्होंने वंदे भारत की आधुनिक सुविधाओं और तकनीक के बारे में विस्तार से बताया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस हाई-स्पीड ट्रेन के संचालन से नागपुर और पुणे के बीच यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी। आधुनिक डिजाइन, अत्याधुनिक तकनीक और तेज रफ्तार से लैस यह ट्रेन यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव देगी। इससे दोनों शहरों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक संबंधों में भी नई मजबूती आने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार (10 अगस्त)को बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन से एक साथ तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें बेंगलुरु से बेलगावी, अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नागपुर (अजनी) से पुणे तक की ट्रेनें शामिल हैं। रेलवे का मानना है कि ये ट्रेनें क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगी और यात्रियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी।
पीएम मोदी ने शनिवार (9 अगस्त) को ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा की थी कि 10 अगस्त को वे बेंगलुरु में रहेंगे, जहां तीन वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाएगी और शहरी कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया जाएगा।
बेंगलुरु में प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो की येलो लाइन (आरवी रोड से बोम्मासंद्रा) का उद्घाटन भी किया, जिसकी लंबाई 19 किलोमीटर से अधिक है और इसमें 16 स्टेशन शामिल हैं। 7,160 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह लाइन बेंगलुरु के मेट्रो नेटवर्क को 96 किलोमीटर से अधिक तक बढ़ा देगी। साथ ही, उन्होंने 15,610 करोड़ रुपये की लागत वाली बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 परियोजना की आधारशिला भी रखी।
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