प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (13 सितंबर)को मणिपुर की राजधानी इंफाल में 1,200 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने मणिपुर को “मां भारती के मुकुट पर सजा मुकुट रत्न” बताते हुए राज्य को शांति और प्रगति के रास्ते पर आगे ले जाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मणिपुर में किसी भी प्रकार की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, “ये हिंसा हमारे पूर्वजों और हमारी भावी पीढ़ी दोनों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। हमें मणिपुर को निरंतर शांति और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाना होगा।”
मोदी ने ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने मणिपुर को भारत की आजादी का द्वार कहा था। इस धरती ने अनेक वीरों का बलिदान देखा है और आजादी की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इन्हीं महान परंपराओं से प्रेरणा लेकर काम कर रही है।
उद्घाटन की गई परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा कि ये प्रोजेक्ट राज्य के लोगों के जीवन को आसान बनाएंगे, रोजगार बढ़ाएंगे और इंफ्रास्ट्रक्चर को नई मजबूती देंगे। उन्होंने खास तौर पर मणिपुर शहरी सड़क परियोजना (3,600 करोड़ रुपए से अधिक लागत) और मणिपुर इन्फोटेक विकास परियोजना (500 करोड़ रुपए से अधिक लागत) को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ये राज्य के उज्ज्वल भविष्य की नई नींव साबित होंगी।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि 21वीं सदी का समय ईस्ट और नॉर्थ-ईस्ट का है और केंद्र सरकार ने मणिपुर के विकास को लगातार प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, “2014 से पहले मणिपुर की विकास दर 1 प्रतिशत से भी कम थी, लेकिन अब राज्य पहले से कहीं ज्यादा तेजी से प्रगति कर रहा है।”
मोदी ने राज्य की भौगोलिक चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार संवेदनशीलता के साथ जनता की समस्याओं को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की समस्या को दूर करने के लिए भी कई परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। इस मौके पर पीएम मोदी ने मणिपुर की जनता को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार राज्य को शांति, स्थिरता और विकास का आदर्श उदाहरण बनाने के लिए हर संभव कदम उठाती रहेगी।
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