‘गुजरात शहरी विकास योजना’ के 20वीं वर्षगांठ समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सैन्य बल की ताकत से शुरू हुआ था। अब यह जनबल से आगे बढ़ेगा। यानी जनबल का मेरा मतलब होता है जन-जन देश के विकास के लिए भागीदार बनें।
पीएम मोदी ने बिना नाम लिए चीन को संदेश देने की कोशिश की, क्योंकि चीनी उत्पाद त्योहारी सीजन में धड़ल्ले से भारत के बाजारों में बिकते हैं।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के लिए मुझे एक नागरिक के नाते काम करना है। आप घर में जाकर सूची बनाएं। आपके घर में 24 घंटे में कितनी विदेशी चीजों का इस्तेमाल होता है। घरों में हेयरपिन, टूथपिक तक विदेशी चीजें पहुंच रही हैं। हमें मालूम तक नहीं है। देश को बचाना और बनाना है तो ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैनिक की जिम्मेदारी नहीं है, ऑपरेशन सिंदूर 140 करोड़ नागरिकों की भी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि आज से 20-25 साल पहले कोई विदेश से आता था तो उनको लिस्ट भेजते थे कि ये सामान ले आना। आज जो विदेश से आते हैं, वो पूछते हैं कुछ लाना है। तो इधर वाले कहते हैं कि यहां सब उपलब्ध है, कुछ मत लाओ। हमें मेड इन इंडिया पर गर्व होना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर सैन्य बल से शुरू हुआ था और अब इसे जन बल से सफल बनाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ की। उन्होंने कहा, “यह वीरों की भूमि है। अब तक जिसे हम छद्म युद्ध कहते थे, 6 मई के बाद जो दृश्य देखने को मिला, उसके बाद हम अब इसे छद्म युद्ध कहने की गलती नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, “6 मई की रात जो लोग मारे गए, पाकिस्तान में उनके जनाजों को स्टेट ऑनर दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तान के झंडे लगाए गए, वहां की सेना ने उनको सैल्यूट किया। ये सिद्ध करता है कि आतंकवादी गतिविधि प्रॉक्सी वॉर नहीं है, ये आपकी (पाकिस्तान) सोची-समझी युद्ध की रणनीति है, आप वॉर ही कर रहे हैं, तो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा।”
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