माँ हीराबेन की 100वीं जन्मदिन पर पीएम मोदी ने शेयर की भावनात्मक ब्लॉग!

मां की ममता, उसकी संतानों में मानवीय संवेदना संचार करती है| वह व्यक्ति नहीं, व्यक्तित्व नहीं बल्कि मां एक स्वरूप है| दूसरी ओर से जैसा भाव भक्त का भगवान का होता है, ठीक उसी प्रकार अपने भाव में हम माँ के प्रति रूप का अनुभव करते है|

माँ हीराबेन की 100वीं जन्मदिन पर पीएम मोदी ने शेयर की भावनात्मक ब्लॉग!

Prime-Minister-Narendra-Modis-mother-Smritishesh-Hirabens-birthday-today-remembering-it-on-social-media

देश में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं।संयोग यह है कि आज ही के दिन नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन की 100वीं जन्मदिन है| इस अवसर पर पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि मां की ममता, उसकी संतानों में मानवीय संवेदना संचार करती है| वह व्यक्ति नहीं, व्यक्तित्व नहीं बल्कि मां एक स्वरूप है| दूसरी ओर से जैसा भाव भक्त का भगवान का होता है, ठीक उसी प्रकार अपने भाव में हम माँ के प्रति रूप का अनुभव करते है|

पीएम मोदी के प्रशंसकों ने उनकी माता हीराबेन की 100वीं जन्मदिन पर सोशल मीडिया के माध्यम से याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं| हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री मोदी के एक भावनात्मक ब्लॉग को भी शेयर कर रहे हैं, जिसमें अपनी मां का 100 वां जन्मदिन मनाने के बाद पीएम मोदी ने ब्लॉग में लिखा कि आज मैं अपनी ख़ुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूं!

पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग के माध्यम से कहा कि मेरी माँ, हीराबेन आज 18 जून को अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। यानी उनका जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। वही पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते। यानी 2022 एक ऐसा वर्ष है, जब मेरी माँ का जन्मशताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है और इसी वर्ष मेरे पिताजी का जन्म शताब्दी वर्ष पूर्ण हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि आज मेरे जीवन में जो कुछ भी अच्छा है, मेरे व्यक्तित्व में जो कुछ भी अच्छा है, वो माँ और पिताजी की ही देन है।

उन्होंने अपने ब्लॉग के माध्यम से कहा कि वर्तमान और बीते व संजोयी यादें याद आ रही हैं। माँ की तपस्या, उसकी संतान को सही इंसान बनाती है। माँ की ममता, उसकी संतान को मानवीय संवेदनाओं से भरती है। माँ एक व्यक्ति नहीं है, एक व्यक्तित्व नहीं है, माँ एक स्वरूप है। हमारे यहां कहते हैं कि जैसा भक्त वैसा भगवान। वैसे ही अपने मन के भाव के अनुसार, हम माँ के स्वरूप को अनुभव करते है। 

गौरतलब है कि लगातार अपने प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल में नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने संसदीय वाराणसी पहुंचे हुए हैं।18 वीं लोकसभा के चुनाव में जीत के बाद उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र से देश के 9.27 करोड़ किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त के रूप में 20 हजार करोड़ रुपये जारी किए।

यह भी पढ़ें-

बकरीद के बाद उड़ीसा में सांप्रदायिक तनाव; बालासोर में कर्फ्यू , इंटरनेट सेवाएं बंद!

Exit mobile version