पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर ब्रूनेई पर जाने वाले है| इस बीच दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के नए अवसरों के साथ ही साथ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी चर्चा की जाएगी|विदेश मंत्रालय के अनुसार किसी भी भारतीय पीएम की ब्रुनेई का यह पहला दौरा है|भारत और ब्रूनेई के संबंधों को स्थापित हुए 40 वर्ष हो गए हैं|
भारतीय विदेश मंत्रालय के पूर्व के मामलों के सचिव जयदीप मजूमदार ने बताया कि पीएम मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के आमंत्रण पर ब्रुनेई जा रहे हैं। ब्रुनेई के सुल्तान इससे पहले वर्ष 1992, 2008 में भारत का द्विपक्षीय दौरा कर चुके हैं। इसके साथ ही वर्ष 2012 और 2018 में आसियान देशों के सम्मेलन में भी ब्रूनेई के राजनयिक भारत दौरे पर आए थे।
विदेश मंत्रालय के सचिव ने बताया इस अवसर पर ब्रुनेई के साथ रक्षा, व्यापार और निवेश जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही ऊर्जा, अंतरिक्ष, तकनीक, स्वास्थ्य, संस्कृति जैसे क्षेत्रों पर भी साझा बातचीत होगी। विदेश मंत्रालय के पूर्व मामलों के सचिव जयदीप मजूमदार ने बताया कि पीएम ब्रुनेई के बाद सिंगापुर के दौरे पर जाएंगे। मजूमदार ने बताया कि पीएम मोदी का सिंगापुर दौरा व्यापार और निवेश के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है|
इस बीच पीएम मोदी के सिंगापुर दौरे पर मेरीटाइम सिक्योरिटी (समुद्री सुरक्षा) पर भी बातचीत होगी। जयदीप मजूमदार ने कहा कि दक्षिणी चीन सागर की स्थिति को देखते हुए समुद्री सुरक्षा पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर पीएम मोदी म्यांमार के स्थितियों पर भी बातचीत कर सकते हैं।
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