पीएम नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरे से पहले केंद्र और राज्य सरकार में ठन गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम से उनके भाषण को हटा दिया गया है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय पीएमओ ने अशोक गहलोत पर जवाबी पलटवार करते हुए कहा कि अशोक गहलोत को पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन उनके कार्यालय सीएमओ ने इस पर असमर्थता जताई थी। बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह आरोप गुरुवार को सुबह एक ट्वीट कर लगाया। बता दें कि आज पीएम मोदी सीकर का दौरा करने वाले हैं।
अशोक गहलोत के ट्वीट का जवाब देते हुए पीएमओ ने भी जवाबी ट्वीट किया। जिसमेँ लिखा गया है कि “अशोक गहलोत जी, प्रोटोकॉल के तहत आपको कार्यक्रम में बुलाया गया है और भाषण देने का भी समय दिया गया है। लेकिन आपके कार्यालय ने कहा था कि मुख्यमंत्री इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे। पीएमओ ने आगे लिखा है कि पीएम मोदी के पुराने यात्राओं के दौरान भी आपको हर कार्यक्रम में बुलाया गया था, इतना ही नहीं आप हर कार्यक्रम में शामिल भी हुए हैं। पीएमओ ने लिखा है कि आज के भी कार्यक्रम में आपका स्वागत है। विकास से जुड़े कामों के प्लेट पर आपका नाम अंकित हैं। जबतक चोट की वजह से आपको आने में कोई शारीरिक असमर्थता ना हो आपकी उपस्थिति को पूरा महत्व दिया जाएगा।”
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीटर के जरिये राज्य से जुडी कई मांगों को केंद्र सरकार के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि मैंने पीएम मोदी के कार्यक्रम में इन मांगों का जिक्र करने वाला था ,लेकिन अब मई यहां कर रहा हूं। मालुम हो कि पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार को राजस्थान के सीकर का दौरा करेंगे। जहां वे नौ करोड़ किसानों के खाते में सम्मान निधि की क़िस्त भेजेंगे। इस मौके पर पीएम मोदी बीजेपी की एक रैली को भी सम्बोधित करेंगे।
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