पीएम मोदी 3 दिवसीय विदेश दौरे पर ब्रुनेई के बाद सिंगापुर पहुंचे| इस दौरान वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वांग से मुलाकात की| इस दौरान उन्होंने कहा की सिंगापुर मात्र एक सहयोगी देश नहीं नहीं है अपितु प्रत्येक विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणास्रोत है| पीएम ने अपने उद्गार में कहा कि भारत में हम कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं| यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मुझे अत्यंत ख़ुशी है कि हम इस दिशा में काम भी कर रहे हैं|
पीएम मोदी ने सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वॉन्ग के साथ बैठक में कहा कि ‘मैं इस स्वागत के लिए वांग को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि पीएम पद ग्रहण करने के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। मुझे उम्मीद है कि आपके नेतृत्व में सिंगापुर और तेजी से विकास करेगा।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंगापुर सिर्फ सहयोगी देश ही नहीं है बल्कि यह हर विकासशील देशों के लिए प्रेरणादायक है। दोनों देशों के मंत्रियों के बीच शुरू हुआ गोलमेज सम्मेलन बेहद खास है और अपने आप में अग्रणी पहल है।
पीएम मोदी के साथ इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व मामलों के विदेश सचिव जयदीप मजूमदार और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल भी बैठक में उपस्थित रहे।इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल तकनीक, साइबर सिक्योरिटी और उत्पादन को आधुनिक बनाने जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग, भारत-सिंगापुर के बीच होने वाली मंत्री स्तर की बैठक एक यादगार बन गया है।
इससे पहले बुधवार को पीएम मोदी ने सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वांग के साथ सेमीकंडक्टर कंपनी एईएम होल्डिंग लिमिटेड के प्लांट का भी दौरा किया। मोदी ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन षणमुग रत्नम और वरिष्ठ मंत्री गोह चोक तोंग और विभिन्न कंपनियों के सीईओ के साथ भी भेंट की।
पीएम मोदी ने कहा समझौते के तहत भारत और सिंगापुर में डिजिटल तकनीक, सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य और स्किल डेवलेपमेंट के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है। साथ ही सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य और स्किल डेवलेपमेंट जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ेगा।सिंगापुर दौरे पर दोनों देशों के बीच चार अहम समझौतों पर भी सहमति बनी। इसके तहत दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
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