आरबीआई द्वारा 2000 रूपये के नोट चलन से बाहर करने के बाद विपक्षी पार्टियां केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है| आरबीआई द्वारा जारी सर्क्यूलर के अनुसार कोई भी उपभोक्ता एक बार में 2000 के सिर्फ 10 नोटों को ही बदलवा सकता है, यानी एक बार में केवल बीस हजार। हां यदि वह अपने बैंक खाते में 2000 रूपये का नोट जमा करता है तो इसके लिए कोई प्रतिबंध नहीं है| बता दें कि आगामी आने वाले वर्ष में देश और राज्य में लोकसभा और विधानसभा जैसे महत्वपूर्ण चुनाव होने जा रहे है| और इसी समय 2000 रूपये के नोट को चलन से प्रतिबंधित करना विपक्षी पार्टियों में एक चर्चा का विषय बना हुआ है|
वंचित बहुजन आघाडी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है|प्रकाश अंबेडकर ने आरोप लगाया कि विपक्ष को चुनाव लड़ने के लिए फंड मिलने से रोकने के लिए भाजपा ने नोटबंदी का फैसला किया है| उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि राजनीतिक दलों को लापरवाही नहीं करनी चाहिए और लोकसभा चुनाव के बारे में भविष्यवाणी करनी चाहिए। वे शनिवार (20 मई) को अकोला में मीडिया से बात कर रहे थे।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा, ”भाजपा ने दुविधा की राजनीति शुरू कर दी है| 2000 रुपये के नोटों पर आरबीआई का फैसला विपक्ष को चंदा मिलने से रोकने के लिए भाजपा द्वारा खेला गया खेल है। यहां के राजनीतिक दलों को बेखबर नहीं रहना चाहिए।
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