भारत में चुनावी रणनीतिकार के तौर पर प्रशांत किशोर का नाम सबसे आगे है| प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा और कई चुनावों में राजनीतिक दलों की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है। इस बीच प्रशांत किशोर ने जगनमोहन तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की है| प्रशांत किशोर की रणनीतिक योजना फर्म ‘आईपीएसी’ मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के लिए काम कर रही है। इसलिए प्रशांत किशोर ने जगनमोहन रेड्डी के कट्टर विरोधी चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की और चर्चा छिड़ गई है|
आंध्र प्रदेश में 2019 के विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की युवजन श्रमिक रायतु कांग्रेस पार्टी (YSR) के लिए रणनीति बनाने का काम किया था| इस चुनाव में ‘वाईएसआर’ कांग्रेस ने 175 में से 151 सीटें जीतीं और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी को हरा दिया|चंद्रबाबू नायडू की ‘टीडीपी’ को सिर्फ 23 सीटों से संतोष करना पड़ा|
प्रशांत किशोर ने क्या कहा?: चंद्रबाबू नायडू और प्रशांत किशोर के बीच तीन घंटे तक चर्चा हुई| इस दौरे के बारे में प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”यह सिर्फ एक सद्भावना यात्रा थी| चंद्रबाबू नायडू वरिष्ठ नेता हैं. चंद्रबाबू नायडू कई दिनों से मुझसे मिलना चाहते थे।
डेक्कन हेराल्ड द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश और प्रशांत किशोर शनिवार (23 दिसंबर) को निजी विमान से विजयवाड़ा पहुंचे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर चंद्रबाबू नायडू के लिए रणनीतिकार के तौर पर काम करेंगे|
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