राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार (20 सितंबर) को बिहार के गया जिले का दौरा करेंगी। इस दौरान वे प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए पिंड दान और तर्पण का अनुष्ठान करेंगी। हिंदू धर्म में इन कर्मकांडों को अत्यंत पवित्र माना जाता है, खासकर पितृपक्ष के अवसर पर।
फल्गु नदी के किनारे स्थित विष्णुपद मंदिर का महत्व प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। पितृपक्ष में यह स्थल देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं का प्रमुख तीर्थ बन जाता है। राष्ट्रपति का यहां आना न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बेहद अहम माना जा रहा है।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू 20 सितंबर को विशेष सुरक्षा व्यवस्था के बीच गया एयरपोर्ट से सीधे विष्णुपद मंदिर जाएंगी। उनके काफिले के लिए तय मार्ग में गेट नंबर 5, बाईपास, नारायणी पुल और बंगाली आश्रम शामिल किए गए हैं। पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति उसी रास्ते से वापस एयरपोर्ट लौटेंगी।
दौरे को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए गया जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने व्यापक तैयारी की है। मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। कई सड़कों पर अस्थायी रूप से यातायात रोका गया है, जिनमें दोमुहान से सिकरिया मोड़, गेट नंबर 5 से सिटी पब्लिक स्कूल और चंद चौरा से बंगाली आश्रम तक के मार्ग शामिल हैं।
आम नागरिकों की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्ग भी बनाए गए हैं। इनमें गुलहरिया चक मोड़, चाकंद रेलवे क्रॉसिंग, कंडी नवादा, कुकरा मोड़, मेहता पेट्रोल पंप और सिटी पब्लिक स्कूल को जोड़ने वाला बोधगया-फोर लेन मार्ग प्रमुख है।
मंदिर के आसपास विशेष ड्रॉप गेट लगाए गए हैं। आगंतुकों को इन्हीं स्थानों पर वाहन छोड़कर पैदल ही मंदिर की ओर जाने की अनुमति होगी। प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर व्यवस्था की गई है।
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