पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं। बता दें पूरे 13 साल बाद ऐसा हो रहा है कि पाकिस्तान का कोई भी विदेश मंत्री बांग्लादेश का दौरा करेगा। जबसे शेख हसीना देश छोड़कर कर भागी हैं तबसे बांग्लादेश और पाकिस्तान के रिश्तों की कड़वाहट कम होती नजर आ रही है|पाकिस्तान से बढ़ती नजदियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश पर जमकर भड़के हैं उन्होंने कहा कि भारत का दिया खाने वाला देश 13 वर्ष बाद पाक के आगे हाथ जोड़े खड़ा दिखाई दे रहा है|
बता दें क़ी बांग्लादेश में दो दशकों तक शेख हसीना का सरकार रही। जिस दौरान बांग्लादेश की पूर्व पीएम ने पाकिस्तान से 1971 की मुक्ति के दौरान बांग्लादेशियों पर किए गए अत्याचारों के लिए बार-बार सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए कहा। लेकिन उनकी यह मांग कभी भी पूरी नहीं हुई। लेकिन तख्तापलट के बाद से हर कुछ उल्टा हो रहा है।
भले ही पाकिस्तान ने अभी तक अपने अत्याचारों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी ना मांगी हो लेकिन दोनों देशों के बीच का राजनीतिक चर्चा सार्वजनिक रूप से देखा जा सकता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा, बांग्लादेश, पाकिस्तान का खोया हुआ भाई है और अगले महीने ढाका की यात्रा महत्वपूर्ण होगी। इससे पहले साल 2012 में पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने बांग्लादेश का दौरा किया था|
बता दें कि मोहम्मद यूनुस ने विदेश मंत्री इशाक डार को D-8 समिट के दौरान बांग्लादेश आने का न्योता दिया था। जिस वजह से 13 साल बाद कोई पाकिस्तानी विदेश मंत्री बांग्लादेश की यात्रा करेगा। इशाक डार अपने इस यात्रा को लेकर कहा है कि हम इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के अर्थव्यवस्था में स्पोर्ट और सहयोग के लिए काम करेंगे। इन मुद्दों पर चीजें तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस 19 दिसंबर को D-8 सम्मेलन के दौरान मिले थे। जो मिस्र में आयोजित किया गया था। इस दौरान दोनों ने आपसी हित के सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर सहमति जताई।
वहीं मोहम्मद यूनुस ने शहबाज शरीफ से 1972 के मामलों को सुलझाने का आग्रह किया था। जिससे की दोनों देशों को अपने संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख ने पाकिस्तान प्रधानमंत्री से कहा था कि मुद्दे बार-बार आते रहे हैं, आइए आगे बढ़ने के लिए उन मुद्दों को सुलझाएं। शाहबाज शरीफ ने इस दौरान कहा था कि 1974 में बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते से चीजें सुलझ गई हैं, लेकिन अगर अन्य लंबित मुद्दे हैं तो उन्हें उन पर गौर करने में खुशी होगी।
शेख हसीना के सरकार में बांग्लादेश और पाकिस्तान के रिश्ते आज के बिल्कुल उलट थे। पूर्व पीएम 2008 से 2024 तक बांग्लादेश की पीएम रहीं। इस दौरान दोनों देशों के रिश्तों में काफी तनाव देखा जा सकता था। लेकिन तख्तापलट और हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों के बीच के दरार कम होते देखे जा सकते हैं।
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