अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में चुनावी सभा के दरम्यान अमेरिका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प पर हमला हुआ। हमलावर ने महज़ 450 फुट के दूरी से डोनाल्ड ट्रंप पर स्नाइपर राइफल से निशाना साधा था, निशाना चूक जाने से सभा में शरीक एक सज्जन की मृत्यु हुई तो एक घायल है। पर इस हमले में डोनाल्ड ट्रम्प बाल बाल बचे स्नाइपर से निकली एक गोली ने डोनाल्ड ट्रम्प के कान को छेद दिया, जिससे वो खून से लाल होते दिखे।
इस हमले के बाद से दुनियाभर के नेताओं ने डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में चिंता व्यक्त की है। जबकी डोनाल्ड ट्रम्प की पार्टी रिपब्लिकन के नेताओं ने अमेरिका की सुरक्षा व्यवस्था और सीक्रेट सर्विस पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। ट्रंप समर्थकों ने तो हमले के बाद से बाइडन सरकार के नाक में दम कर दिया है।
इसी बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डोनाल्ड ट्रंप पर हुए इस हमले के बाद अपने ‘एक्स‘ अकाउंट से चिंता जताई है। उन्होंने लिखा है, “मेरे मित्र, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले से बेहद चिंतित हूं। घटना की कड़ी निंदा करता हूं| राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवार, घायलों और अमेरिकी लोगों के साथ हैं।”
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की पहली टर्म के दौरान उनकी यारियों के कई किस्से मशहूर थे। प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी की विदेश नीति डोनाल्ड ट्रंप की कमजोरी रही है। इतना ही रिपब्लिकन पार्टी से अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने नरेंद्र मोदी के लिए टेक्सास के ह्यूस्टन में ‘हावडी मोदी’ का कार्यक्रम भी करवाया था। नरेंद्र मोदी के बुलावे पर अपने राष्ट्राध्यक्ष पद के दौरान डोनाल्ड ट्रंप गुजरात भी आए थे। डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव हरने के बाद से नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप भले ही एक मंच पर न दिखें हो पर उनकी दोस्ती आज भी बरक़रार है यह उनके हमले पर चिंता से नजर आता है।
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