नरेंद्र मोदी ने कहा, आज गणेश चतुर्थी का दिन है| आज का दिन इतिहास में गणपति के आशीर्वाद के साथ दर्ज किया जाएगा। ये पल हम सभी के लिए बेहद खास है| पिछले कई सालों से देश में महिला आरक्षण को लेकर कई चर्चाएं और बहसें होती रही हैं। इस बिल को पास कराने और कानून बनाने की कई कोशिशें की गईं|
1996 में यह बिल पहली बार संसद के पटल पर आया| अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में यह बिल कई बार पेश किया गया| हालांकि, उनके पास इसे कानून में पारित करने के लिए पर्याप्त ताकत नहीं थी। तो हमारा सपना अधूरा रह गया|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मुझे महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी शक्ति का दोहन करने का काम मिला है| भगवान ने मुझे ऐसे कई पवित्र कार्यों के लिए चुना है| एक बार फिर हमारी सरकार ने उस दिशा में कदम उठाया है| महिला लक्षणा विषय को हमारी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है|
हमें एक महान भारत के निर्माण के लिए विचारों के कैनवास की आवश्यकता - मोदी