पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 के लिये आज सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू किया गया है, लेकिन पंजाब विधान चुनाव में इस बार चतुर्थीकोणीय मुकाबले को लेकर उम्मीदवारों की सांसें अटकी हुई हैं। राज्य में लंबे समय के बाद इस तरह का चुनावी माहौल पहली बार देखने को मिल रहा है, जहां उनका मुकाबला एक-दो नहीं चार दलों से है तथा किसानों की पार्टी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के चुनाव मैदान में आने से किसान वोट के कटने या बंटने की चिंता सता रही है।
इससे पहले किसान तथा दलित वोट कांग्रेस तथा अकाली दल के बीच बंटे होते थे, लेकिन अब भाजपा-अमरिंदर ढींढसा गठबंधन, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के बीच बंटने के आसार हैं। चुनाव आयोग हालांकि स्वतंत्र, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये उम्मीदवारों से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखे हुये है ताकि शराब, नकदी और नशे पर काबू रखा जा सके। सीमावर्ती गुरदासपुर जिले से सबसे अधिक नशा, शराब और नकदी बरामद की गई है।
राज्य की 117 सीटों पर कुल एक हजार 304 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी (धूरी तथा चमकौर साहिब सीट),पूर्व मुख्यमंत्री एवं सबसे अधिक उम्र के दग्गिज प्रकाश सिंह बादल (लंबी ), शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (जलालाबाद), पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष भगवंत मान (धूरी ),पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सद्धिू (अमृतसर पूर्व) शिअद के बक्रिम मजीठिया (अमृतसर पूर्व),पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ,(पटियाला शहरी) छह बार के विधायक एवं उप-मुख्यमंत्री ओ पी सोनी (अमृतसर सेंट्रल) उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा (डेरा बाबा नानक) आदि मुख्य प्रत्याशी हैं।
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