पंजाब: ‘संघ की भाषा’ बोलने वाले सिख नेताओं को धमकी भरा लेटर!

इसी बीच भाजपा के मौजूदा तीन सदस्य और सिख नेताओं को ' राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भाषा में प्रबोधन करने' और पंजाब में जन जागृति के लिए धमकी भरे खत भेजे गए हैं।

पंजाब: ‘संघ की भाषा’ बोलने वाले सिख नेताओं को धमकी भरा लेटर!

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पंजाब में किसान मोर्चा की आड़ में उठे खालिस्तान मूवमेंट के बाद समूचे पंजाब में चिंता की बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में आतंकवादी गतिविधियों और घटनाएं होने का डर है। इसी बीच भाजपा के मौजूदा तीन सदस्य और सिख नेताओं को ‘ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भाषा में प्रबोधन करने’ और पंजाब में जन जागृति के लिए धमकी भरे खत भेजे गए हैं।

यह लेटर परविंदर सिंह ब्रार, मनजिंदर सिंह सिरसा और तेजिंदर सिंह सर्न को लक्ष्य कर लिखे गए हैं उसमें से तेजिंदर सिंह को एक ओपन लेटर अर्थात खुला पत्र लिखा गया है तेजिंदर सिंह का कहना है उन्हें भेजा हुआ पत्र रजिस्टर्ड एक जुलाई को भेजा गया था,जो उन्हें पार्टी ऑफिस में मिले इस लेटर के साथ एक पाउडर का पैकेट भी भेजा गया था, जो मुझे खतरनाक हो सकता है ऐसा अंदेशा होते ही उन्होंने उसे खोलना अनुचित समझा।

खालिस्तानियों के भेजे इस खत में इन नेताओं को ‘सिखों से गद्दारी करने’ वाले गद्दार इस अर्थ में टीका टिप्पणी करते दिखाई देते हैं। परमजीत सिंह ब्रार और मनजीत सिंह सिरसा को मिले लेटर बंद लिफाफे में आए थे। बता दे की परमजीत सिंह बार भाजपा के पंजाब प्रदेश जनरल सेक्रेटरी हैं, जबकी मनजीत सिंह सरसा राष्ट्रीय सचिव है। इन पत्र में तेजिंदर सिंह को सिख पंथ के मामलों में बात करने के लिए दोषी करार दिया है, जिसमें वह सिखों को भटका रहे हैं ऐसी बात भी की गई है और यह सब वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कहने पर कर रहे हैं ऐसा खालिस्तानियों का कहना है।

इस घटना के बाद तेजिंदर सिंह ने तुरंत ही चंडीगढ़ के पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई है और तीनों भी लेटर पुलिस को सौंप दिए हैं पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में जांच कर रहे हैं।

इन पत्रों में प्रमुखता से कनाडा गैंगवॉर के वजह से मरने वाले खालिस्तान लीडर हरदीप सिंह निज्जर का नाम लिया गया है। उसी के साथ लंदन में मारे गए,भारतीय हाई कमीशन पर हमला करने वाले खालिस्तान एक्टिविस्ट अवतार सिंह और पाकिस्तान में मारे गए परमजीत सिंह पंजवड़ का भी जिक्र किया गया है।

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