पहाड़ पर’ पुष्कर’ राज   

पहाड़ पर’ पुष्कर’ राज   
पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने उन्हें शपथ दिलाई। उनके साथ आठ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही पुष्कर सिंह धामी ने एक रिकॉर्ड बना दिया। हार के बाद भी बीजेपी ने धामी को राज्य की कुर्सी सौपीं है। जो दूसरी बार सीएम बने।

धामी के साथ आठ कैबिनेट मंत्रियों का नाम भी ऐलान किया गया। जिसमें, सतपाल महाराज , धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, रेखा आर्य और प्रेमचंद अग्रवाल शामिल हैं। इसमें विधायक सौरभ बहुगुणा और चंदन राम दास को पहली बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद 21 साल में पहली बार कोई राजनीतिक दल दोबारा सत्ता में वापसी की है।

9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया था। इसके बाद बीजेपी ने यहां सरकार बनाई थी। लेकिन, 2002 में जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया था। वहीं , 2007 में  एक फिर जनता ने अपना नेता बदलने का मूड बनाया और राज्य की कमान बीजेपी के हाथों में सौंप दी। जनता एक बार फिर पिछली कहानी दोहराई और 2012 में  उत्तराखंड की बागडोर फिर कांग्रेस को सौंप दी। हालांकि, 2017 में बीजेपी ने फिर वापसी की और राज्य की कमान अपने हाथ में ले ली।  इस बीच 2022 का विधानसभा चुनाव आते-आते दो सीएम बदल डाले। लेकिन बात नहीं बनने पर राज्य में बीजेपी ने एक बार फिर रिक्स लेते हुए जुलाई में धामी को मुख्यमंत्री घोषित किया। इस आठ माह में धामी ने ताबतोड़ कई बड़े फैसले लिए।

वहीं, राज्य का दूसरी बार मुख्यमंत्री घोषित किये जाने पर चुनावी वादे को पूरा करने का ऐलान किया था, उन्होंने कहा था कि पहली कैबिनेट की बैठक में समान नागरिक संहिता प्रस्ताव पारित किया जाएगा। दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान पुष्कर सिंह धामी ने वादा किया था कि अगर बीजेपी सत्ता में लौटती है राज्य में समान नागरिक संहिता काम किया जाएगा।
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