देश की राजनीति में चीन को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग एक बार फिर तेज़ हो गई है। शनिवार (12 अप्रैल)को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस पार्टी और सांसद राहुल गांधी पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के साथ हुए “रहस्यमय समझौते” के कारण भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा बीते दस वर्षों में 25 गुना तक बढ़ गया है।
गोयल ने सवाल उठाया कि आज तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि राहुल गांधी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच 2008 में जो समझौता हुआ था, उसकी असल मंशा क्या थी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का पर्दाफाश कई बार हो चुका है, लेकिन राहुल गांधी को अब इस रहस्य से देश को अवगत कराना चाहिए कि उन्होंने CPC के साथ क्या समझौता किया था, और वह किन शर्तों पर हुआ?”
गोयल ने आगे कहा कि इस तथाकथित गुप्त समझौते के बाद भारत की चीन पर निर्भरता अप्राकृतिक रूप से बढ़ती गई और यूपीए सरकार के शासन में व्यापार घाटा अप्रत्याशित गति से बढ़ा, जिससे देश की आर्थिक और रणनीतिक सुरक्षा पर खतरा उत्पन्न हुआ।
उन्होंने राहुल गांधी पर विदेशों में भारत की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया। गोयल बोले, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी ऑक्सफोर्ड जैसे वैश्विक मंचों पर भारत के लोकतंत्र और संस्थाओं पर सवाल उठाते हैं। यही कारण है कि जनता ने उन्हें दो बार सत्ता से दूर रखा और अब तीसरी बार भी खारिज करने को तैयार है।”
पीयूष गोयल ने भारत की कूटनीतिक सफलता का उदाहरण देते हुए कहा कि 26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने की प्रक्रिया सरकार की निर्णायक नीति और मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “यह सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है।”
उन्होंने यूपीए शासनकाल की आलोचना करते हुए कहा, “26/11 हमले जैसे भीषण आतंकी हमले के समय कांग्रेस नेताओं का रवैया बेहद असंवेदनशील था। वे पीड़ितों की चिंता छोड़ फिल्म शूटिंग देखने और कपड़े बदलने में व्यस्त थे। यह कांग्रेस की प्राथमिकताओं को उजागर करता है।”
महाराष्ट्र की राजनीति पर भी पीयूष गोयल ने तीखा हमला बोला। उन्होंने उद्धव ठाकरे, संजय राउत जैसे नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, “इन लोगों ने वोट बैंक की राजनीति करते-करते तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पार कर दी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ नेता आतंकवाद और धर्म को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।” गोयल ने कहा कि भारत की जनता विशेषकर मुंबई और महाराष्ट्र के लोग ऐसे नेताओं को कभी माफ नहीं करेंगे, “जो देश की सुरक्षा से समझौता करते हैं और वोटों के लिए आतंक के प्रति सहानुभूति रखते हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने अंत में जोर देकर कहा कि देश का भविष्य केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है, और जनता एक बार फिर से राष्ट्रवाद, सुरक्षा और विकास के एजेंडे को समर्थन देने जा रही है।
यह भी पढ़ें:
“बंगाल में हिंदुओं को टारगेट कर हो रही हिंसा”
’26/11 साजिशकर्ता राना की भारत वापसी, हेडली की गवाही से खुलासा’!
महाराष्ट्र: संगमनेर में हनुमान रथ खींचती हैं महिलाएं, ‘नारीशक्ति की अनोखी परंपरा’!