पिछले कुछ सालों में कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी है|भाजपा के पूरी ताकत के साथ सत्ता में आने के बाद राज्य के कई बड़े नेता या तो भाजपा में शामिल हो गये या फिर एनडीए के घटक दलों में शामिल हो गये|ऐसे नेताओं पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सख्त टिप्पणी की है|यह अच्छा है अगर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और मिलिंद देवड़ा जैसे नेता पार्टी छोड़ दें। वे पार्टी की विचारधारा से जुड़े नहीं थे।
हिमंत सरमा 2014 में भाजपा में शामिल हुए|वह अब असम के मुख्यमंत्री हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा हाल ही में एनडीए के घटक दल शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हुए हैं।देवड़ा ने शिंदे गुट के पास जाकर कहा कि कांग्रेस पार्टी में घुसपैठ हो रही है और पार्टी दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र के लिए जोर नहीं दे रही है|
राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी की ‘डिजिटल मीडिया वॉरियर्स’ सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि कार्यकर्ताओं को कांग्रेस द्वारा अपनाए गए सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहना चाहिए। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा, मुझे लगता है कि यह अच्छा है कि हिमंत बिस्वा सरमा और मिलिंद देवड़ा जैसे नेताओं ने पार्टी छोड़ दी|इसमें कोई संदेह नहीं है| हिमंत सिर्फ एक मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं|कांग्रेस कभी ऐसी राजनीति नहीं करती है|
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर कहा मैं उस बयान पर और कुछ नहीं कहूंगा| कांग्रेस ने कुछ सिद्धांतों का पालन किया है, मैं उसका पालन करता हूं, राहुल गांधी ने सरमा के बयानों की आलोचना करते हुए कहा। सरमा और देवड़ा की तरह, पिछले कुछ वर्षों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़, प्रियंका चतुर्वेदी, हार्दिक पटेल, सुष्मिता देव और आरपीएन सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी है।
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